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जयन्ती मिश्रा
राजनैतिक मुद्दे
1 साल में बढ़े 80 हजार वोटर, जिनमें 70 हजार का मजहब ‘इस्लाम’, क्या याद है आपको मंगलदोई? डेमोग्राफी चेंज के खिलाफ असम के...
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने तथ्यों को आधार बनाते हुए चिंता जाहिर की है कि राज्य 2044 नहीं तो 2051 तक मुस्लिम बहुल हो जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय
इस्लाम के ‘हाफिज’ कैसे, कह रहे बेटियों को ‘वेश्या’ बनाना है तो स्कूल भेजो: मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा से रोकने के लिए पाकिस्तान में...
गाने को तीन हफ्ते पहले जून में रिलीज किया गया था। गाने का शीर्षक भी यही दिया गया था- "अपनी धी स्कूलो हटा ले, ओथे डांस करदी पाई ए।"
अंतरराष्ट्रीय
क्रिकेट में घुस गया कोरोना के टाइम ‘थूक जिहाद’ लाने वाला तबलीगी जमात, पाकिस्तानी खिलाड़ी हो गए ‘मुसलमान’ और खेल को बना दिया ‘उम्माह...
पाकिस्तान क्रिकेटर खेल से ज्यादा तबलीगी जमात के प्रचारक बन गए हैं। कई क्रिकेटरों की तस्वीरें आई हैं जो ऐसे मजहबी कार्यक्रमों में शामिल हुए।
राजनीति
राहुल गाँधी जी माना आप हाथरस पर ‘राजनीति’ नहीं कर रहे, पर संदेशखाली से लेकर तमिलनाडु में जहरीली शराब से मौतों तक पर आपकी...
कॉन्ग्रेस सांसद राहुल गाँधी हाथरस जाकर कह रहे हैं कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए... जबकि हकीकत तो ये है कि वो खुद हाथरस यही करने पहुँचे हैं।
देश-समाज
बहुसंख्यकों के अल्पसंख्यक होने का खतरा कितना बड़ा, कितनी घटी हिंदुओं की हिस्सेदारी, क्यों अदालतें कह रहीं- धर्मांतरण रोको, घुसपैठियों को भगाओ: सारे सवालों...
भारत के उन इलाकों को यदि देखेंगे जहाँ डेमोग्राफी बदलाव हुआ तो समझ आएगा कि कैसे बढ़ती मुस्लिमों की जनसंख्या हिंदुओं की आबादी को प्रभावित करती है।
राजनीति
मुस्लिमों का बदला, जय फिलिस्तीन, कश्मीर में 90 वाला नरसंहार की धमकी… मुस्लिम विल बी मुस्लिम, जिस ‘मजहबी वफादारी’ से आगाह कर गए थे...
एक ओर पीएम मोदी 'सबका साथ-सबका विकास' के नारे के साथ देश को ऊँचाइयों पर लेकर जाना चाहते हैं। वहीं मुस्लिम नेता सिर्फ मजहब की राजनीति में लगे हैं।
देश-समाज
मी लॉर्ड! माना वह फुटबॉल अच्छा खेलता था, रोज नमाज पढ़ता है… पर रेप के बाद 6 साल की बच्ची की हत्या भी तो...
10 साल पहले आसिफ अली ने एक बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी थी और अब उसकी सजा इस आधार पर कम की गई है कि उसका जेल में बर्ताव अच्छा है।
राजनैतिक मुद्दे
हे भारत के विपक्ष! माना तुम खलिहर हो पर ‘राजा का डंडा’ नहीं है सेंगोल, भारत की स्वतंत्रता का वह प्रतीक है जिसे तुष्टिकरण...
लोकतंत्र में विपक्ष का काम जनता की आवाज बनना है। पर भारत का विपक्ष जनता से इस कदर टूट चुका है उसके लिए सेंगोल मुद्दा है।