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जयन्ती मिश्रा
राजनैतिक मुद्दे
मतुआ, राजबंशी, नामशूद्र: पश्चिम बंगाल में रहने वाले 4 करोड़ प्रताड़ित हिंदुओं पर नहीं जागी ‘ममता’, PM मोदी बने आवाज – मना रहे दूसरा...
सीएए लागू होने के बाद बंगाल के मतुआ, नामशूद्र और राजबंशी समुदाय के लोग खुशी मना रहे हैं। मतुआ समुदाय ने इसे दूसरा स्वतंत्रता दिवस बताया है।
भारत की बात
जिस ‘शंकराचार्य पर्वत’ को PM मोदी ने श्रीनगर में किया प्रणाम, उसे इस्लामी कट्टरपंथी बुलाते हैं ‘तख्त-ए-सुलेमान’ : नाम बदलकर हिंदू इतिहास मिटाने की...
कश्मीर में इस्लामी कट्टरपंथी शंकराचार्य पर्वत को तख्त-ए-सुलेमान कहते हैं। ऐसे ही अनंतनाग जिला उनके लिए इस्लामाबाद है।
राजनैतिक मुद्दे
नाचती ऐश्वर्या राय, ₹25 लाख में आई तृषा कृष्णन… उत्तर से दक्षिण तक राजनीति का वही कीचड़: हिरोइन भी किसी की माँ, किसी की...
राहुल गाँधी ने अपने भाषण को दमदार दिखाने के लिए ऐश्वर्या रॉय जैसी नामी अभिनेत्री का नाम उछाला। लेकिन, ऐसा करते समय वो भूल गए कि ऐश्वर्या का अपमान भी नारी का अपमान है।
राजनैतिक मुद्दे
चोला किसानों का पर नारे खालिस्तान के, तस्वीर भिंडरावाले की और धमकी PM कोः खेत-खलिहान का भला नहीं, राजनीति का नया मोर्चा है ‘दिल्ली...
एक तरफ जहाँ कथित किसानों ने प्रदर्शन को लेकर पूरी तैयार की हुई है तो वहीं दूसरी ओर पॉलिटिकल पार्टियाँ इस मौके का लाभ उठाने से पीछे नहीं हट रही।
अन्य
पहली महिला महावत से बहरूपिया बाबा तक, आम लोगों का ‘पद्म पुरस्कार’ बने मानः मोदी राज में कोठरी से निकल कोने-कोने में पहुँचा सम्मान
साल 2024 में पद्म पुरस्कार विजेताओं में 132 नाम हैं। इनमें 5 हस्तियों को पद्म विभूषण दिया गया है, 17 को पद्मभूषण और 110 को पद्मश्री सम्मान मिला है।
मीडिया हलचल
डियर आरफा, एक बार तेल लगाकर डाबर का DNA निकाल लो बाबर का, फिर सीने में नहीं चुभेगा भगवा
आरफा, जब तक आप खुद को बाबर से जोड़कर देखेंगी तब तक आपको भगवा चुभेगा ही चुभेगा। आप नहीं समझ पाएँगी कि इस धरती पर राम मंदिर का महत्व क्या है।
अन्य
न शादी की चिंता न शिक्षा की… राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जानें मोदी सरकार की वो योजनाएँ जिनसे बेटियों को मिला मान
लड़कियों की भूमिका हर क्षेत्र में सराही जा रही है। लेकिन कई जगह अब भी ऐसा है जहाँ उनका करियर बनना तो दूर उनका जन्म लेना भी बड़ी बात है।
राजनैतिक मुद्दे
अभी तो अनुष्ठान शुरू हुआ है आरफा और तुम लगी छटपटाने
आरफा खानम शेरवानी जैसों को यह सनद रहे कि अभी उन सैकड़ों देवभूमि की मुक्ति शेष है, जहाँ इस्लामी बर्बरता के निशान आज भी मौजूद हैं।