पूर्ण बजट में सरकार आने वाले वित्तीय वर्ष के ख़र्चे का लेखा-जोखा पेश करती है। इसमें सभी विभागों को आवंटित होने वाली राशि, विभिन्न योजनाओं में ख़र्च होने वाली राशि क्या होगी आदि का जिक्र होता है।
अलग-अलग योजनाओं के जरिए सब्सिडी देने की बजाय सीधे उनके खाते में पैसा भेजने का फ़ैसला लिया जा सकता है। संभावना इस बात की भी है कि सरकार किसानों पर ख़र्च ₹70,000 करोड़ से बढ़ाकर ₹75,000 करोड़ कर सकती है।
ज्यादातर बजट भाषण अंग्रेज़ी में दिया जाता है। ऊपर से भारी-भरकम शब्द! आदमी समझे तो समझे कैसे? इसलिए हम लेकर आए हैं एकदम बोलचाल वाली भाषा में बजट की शब्दावली