‘बड़ी छिपकलियों की चर्बी से बढ़ेगी यौन ताकत …केवल 4 बूँद जादू कर देंगी’ : वियाग्रा बैन के बाद पाकिस्तानियों ने खोजा ‘विकल्प’, कीमत 600-1200 रुपए

पाकिस्तान में बिक रहा छिपकली की चर्बी का तेल

पाकिस्तान में वियाग्रा बैन होने के बाद और आर्थिक तंगी के बीच एक कारोबार ने तेज रफ्तार पकड़ी है। ये कारोबार यौन शक्ति बढ़ाने वाले तेल की ब्रिकी का है जिसे छिपकली की चर्बी निकालकर बिच्छू के तेल के साथ गर्म करके बनाया जाता है और पाकिस्तान में लोग इसे ‘सांडे का तेल’ कहते हैं।

रिपोर्ट्स की मानें तो यह तेल ऐसी छिपकली की चर्बी से बनता है जो रेगिस्तानी इलाकों में मिलती है। यह तेल वैज्ञानिक दृष्टि से कितना कारगर इसका कोई सबूत नही है। इस्लामाबाद के डॉ अहमद सहाब इसे बकवास चीज बताकर इसके असर को खारिज कर चुके हैं। लेकिन पाकिस्तान में इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है।

कथिततौर पर इस तेल को बेचने वाले पाकिस्तान में रोड किनारे बैठे मिलते हैं। ये लोग छिपकलियाँ पंजाब और सिंध प्रांत से अवैध ढंग से शिकार करके लाते हैं। जिनका साइज आम छिपकलियों से बड़ा (2 फीट तक का) होता है। रात के समय इनका शिकार जाल लेकर किया जाता है। जब ये पकड़ में आ जाती हैं तो क्रूरता से इनकी पीठ तोड़ी जाती है ताकि ये भाग न पाएँ। फिर प्रदर्शनी की तरह इन्हें सड़कों पर बिछाया जाता है और ग्राहकों को आकर्षित किया जाता है।

तेल बनाने वाले लोग इन छिपकलियों को काटकर इनकी पूँछ के नीचे से एक ग्रंथि (ग्लैंड) निकाल लेते हैं। इसके बाद इसे छोटे पैन में गर्म करते हैं और यही ग्राहक को बाद में दिया जाता है।

एएफपी की रिपोर्ट में इस कारोबार का जिक्र करते हुए उस दुकानदार का बयान भी है जो ऐसे तेल बेचता है। विक्रेता का नाम यासिर अली है। अली ने कहा कि इस तेल की चार बूँदे बहुत असरदार होती हैं। यह तेल यौन शक्ति बढ़ाने में जादू जैसे काम करता है। लोग शीशियों में भरकर ग्राहक की माँग पर इसे देते हैं। इसकी कीमत 600 से 1200 पाकिस्तानी रुपया तय की गई है।

ये तेल बेचने वाले दावा करते हैं कि ये तेल सिर्फ यौन शक्ति नहीं बढ़ाता बल्कि ज्वाइंट के दर्द, बैक के दर्द और बाल झड़ने से भी रोकता है। पुलिस ने कई बार ऐसे कारोबार करने वालों को पाकिस्तान में पकड़ा। लेकिन फिर इन्हें 10 हजार फाइन के बाद छोड़ दिया गया और ये दोबारा छिपकली लाकर अपना धंधा करने लगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया