Sunday, September 8, 2024
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हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट बंद, बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था: किसानों के दिल्ली कूच के बाद हरकत में प्रशासन, शांति-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा

उन्होंने कहा है कि इसी के मद्देनजर अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए और संदिग्ध कंटेंट्स के प्रसारण को रोकने के लिए इंटरनेट बंद करने का कदम उठाया गया है।

हरियाणा में एक बार फिर से किसानों के सड़क पर उतरने के बाद 7 जिलों में इंटरनेट सेवाएँ निलंबित कर दी गई हैं। इंटरनेट के अलावा खेप में SMS भेजे जाने और डोंगल सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। हालाँकि, वॉइस कॉल सेवाएँ चालू रहेंगी। इन जिलों में इंटरनेट बंद किया गया है – अम्बाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा। रविवार (11 फरवरी, 2024) से लेकर मंगलवार को रात के 12 बजे तक ये आदेश लागू रहेगा।

बता दें कि हरियाणा में किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया है। हरियाणा के गृह मंत्रालय के एडिशन चीफ सेक्रेटरी ने ये आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस को सूचना मिली है कि किसानों के कुछ संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन के ऐलान के बाद तनाव भड़क सकता है, सरकारी-निजी संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि इसी के मद्देनजर अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए और संदिग्ध कंटेंट्स के प्रसारण को रोकने के लिए इंटरनेट बंद करने का कदम उठाया गया है।

नोटिस में कहा गया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काऊ सामग्रियाँ फैला कर जान-माल को क्षति पहुँचाए जाने की आशंका है। हालाँकि, बैंकिंग सेवाएँ चलती रहेंगी मोबाइल रिचार्ज भी किया जा सकेगा। अम्बाला के शंभू बॉर्डर पर किसान डेरा डाल सकते हैं, इसीलिए इससे जुड़े इलाकों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। वहाँ सीमेंट के बैरिकेड्स और कंक्रीट की दीवारें लगा दी गई हैं। किसान ट्रैक्टर लेकर इसे हटा न पाएँ, इसीलिए ये बंदोबस्त किया गया है।

शंभू बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है। दिल्ली-जम्मू नेशनल हाइवे पर घग्गर नदी पर एक पुल है, जहाँ दिल्ली-पंजाब वाली ट्रैफिक रहती है। पिछली बार यहीं से किसान दिल्ली में घुसे थे। इस बार इसके आसपास के इलाकों में खुदाई कर दी गई है। पूरी कोशिश की जा रही है कि किसान हरियाणा में न घुस पाएँ, क्योंकि फिर वो दिल्ली में घुस जाएँगे। किसान MSP सहित कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलवार हैं। अब देखना है कि इस बार उनका दिल्ली कूच सफल हो पाता है या नहीं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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