Friday, September 20, 2024
Homeदेश-समाजहरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट बंद, बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था: किसानों...

हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट बंद, बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था: किसानों के दिल्ली कूच के बाद हरकत में प्रशासन, शांति-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा

उन्होंने कहा है कि इसी के मद्देनजर अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए और संदिग्ध कंटेंट्स के प्रसारण को रोकने के लिए इंटरनेट बंद करने का कदम उठाया गया है।

हरियाणा में एक बार फिर से किसानों के सड़क पर उतरने के बाद 7 जिलों में इंटरनेट सेवाएँ निलंबित कर दी गई हैं। इंटरनेट के अलावा खेप में SMS भेजे जाने और डोंगल सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। हालाँकि, वॉइस कॉल सेवाएँ चालू रहेंगी। इन जिलों में इंटरनेट बंद किया गया है – अम्बाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा। रविवार (11 फरवरी, 2024) से लेकर मंगलवार को रात के 12 बजे तक ये आदेश लागू रहेगा।

बता दें कि हरियाणा में किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया है। हरियाणा के गृह मंत्रालय के एडिशन चीफ सेक्रेटरी ने ये आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस को सूचना मिली है कि किसानों के कुछ संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन के ऐलान के बाद तनाव भड़क सकता है, सरकारी-निजी संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि इसी के मद्देनजर अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए और संदिग्ध कंटेंट्स के प्रसारण को रोकने के लिए इंटरनेट बंद करने का कदम उठाया गया है।

नोटिस में कहा गया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काऊ सामग्रियाँ फैला कर जान-माल को क्षति पहुँचाए जाने की आशंका है। हालाँकि, बैंकिंग सेवाएँ चलती रहेंगी मोबाइल रिचार्ज भी किया जा सकेगा। अम्बाला के शंभू बॉर्डर पर किसान डेरा डाल सकते हैं, इसीलिए इससे जुड़े इलाकों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। वहाँ सीमेंट के बैरिकेड्स और कंक्रीट की दीवारें लगा दी गई हैं। किसान ट्रैक्टर लेकर इसे हटा न पाएँ, इसीलिए ये बंदोबस्त किया गया है।

शंभू बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है। दिल्ली-जम्मू नेशनल हाइवे पर घग्गर नदी पर एक पुल है, जहाँ दिल्ली-पंजाब वाली ट्रैफिक रहती है। पिछली बार यहीं से किसान दिल्ली में घुसे थे। इस बार इसके आसपास के इलाकों में खुदाई कर दी गई है। पूरी कोशिश की जा रही है कि किसान हरियाणा में न घुस पाएँ, क्योंकि फिर वो दिल्ली में घुस जाएँगे। किसान MSP सहित कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलवार हैं। अब देखना है कि इस बार उनका दिल्ली कूच सफल हो पाता है या नहीं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस IAMC के लश्कर जैसे आतंकी संगठन से लिंक, वह अमेरिका के हिंदुओं को बता रहा ‘असहिष्णु-इस्लामोफोबिक’: 950 लोगों के सर्वे से चलाया प्रोपेगेंडा

IAMC का यह नया सर्वेक्षण भी हिंदू अमेरिकियों को बदनाम करने के लिए एक सुनियोजित प्रयास है। इसके परिणाम और दावे संदेहास्पद हैं और सच्चाई से बहुत दूर हैं।

तिरुपति के बीफ वाले लड्डू के बाद ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ की माँग ने पकड़ा जोर, आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM पवन कल्याण ने...

पवन कल्याण ने लिखा, "मेरा मानना है कि हम सभी को किसी भी रूप में ‘सनातन धर्म’ के अपमान को रोकने के लिए अविलंब एक साथ आना चाहिए।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -