समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवाल (21 मई 2024) को आजमगढ़ की लालगंज लोकसभा सीट पर प्रचार करने पहुँचे थे, जहाँ जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान जमकर ईंट-पत्थर चले और मारपीट भी हुई। इस घटना में कई लोग घायल भी हो गए। अखिलेश यादव आजमगढ़ जिले की लालगंज लोकसभा सीट से दरोगा प्रसाद सरोज के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुँचे थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अखिलेश यादव आजमगढ़ के लालगंज लोकसभा सीट के सरायमीर थाना क्षेत्र में आने वाले खरेमा बाजार में जनसभा करने पहुँछे थे। उनकी जनसभा में भगदड़ मच गई। इस दौरान जनसभा में जमकर ईंट-पत्थर भी चले और कुर्सियाँ चलीं। लोगों के घायल होने की सूचना मिल रही है, लेकिन अभी तक किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। एनबीटी ने इस भगदड़ का वीडियो एक्स पर पोस्ट किया है।
आजमगढ़: अखिलेश यादव की जनसभा में भगदड़ @NavbharatTimes pic.twitter.com/qmgtc5zFeY
— NBT Uttar Pradesh (@UPNBT) May 21, 2024
बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव जैसे ही मंच पर पहुँचे, वैसे ही सपा कार्यकर्ता बेकाबू हो गए। यही नहीं, वो बैरीकेडिंग तोड़कर अखिलेश यादव के मंच की ओर बढ़ने लगे। कार्यकर्ताओं को काबू करने के लिए पुलिस को लाठियाँ भी भाँजनी पड़ी। इस दौरान भगदड़ के साथ ही जमकर ईंट-पत्थर और कुर्सियाँ चलाईं।
इससे पहले, रविवार (19 मई 2024) को आयोजित राहुल गाँधी और अखिलेश यादव की संयुक्त रैली में हंगामा हुआ था। दोनों नेताओं के मंच पर पहुँचते ही समर्थकों ने बेकाबू होकर सुरक्षा घेरा तोड़ दिया और धक्का-मुक्की की। फूलपुल में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने लाठी चलाई तो भगदड़ मच गई थी। इस दौरान अखिलेश ने समर्थकों से शांत रहने की भी अपील की, लेकिन उनकी बात का किसी ने ध्यान नहीं दिया। अखिलेश के साथ राहुल ने भी हाथ उठाकर लोगों से शांत रहने की अपील की। बेकाबू भीड़ को रोकने के दौरान पुलिस से भी धक्का-मुक्की की गई।
इतना ही नहीं, जब दोनों नेताओं की बात किसी ने नहीं सुनी तो अखिलेश यादव नाराज हो गए। वे उठे और मंच से जाने लगे। इस दौरान मंच पर मौजूद नेताओं ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे रूके नहीं और मंच के पीछे बने हेलिपेड की तरफ चल पड़े। अखिलेश यादव के साथ राहुल गाँधी भी मंच से उतर आए। दोनों नेता रैली को संबोधित किए बिना ही वहाँ से रवाना हो गए।