संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सऊदी अरब जैसे खाड़ी देशों ने पाकिस्तानी कामगारों को लेकर अपनी चिंताएँ जाहिर की हैं। UAE में 50% अपराध पाकिस्तानियों द्वारा किए जा रहे हैं जबकि सऊदी अरब पाकिस्तान से आने वाले भिखारियों से परेशान है। यह सारे खुलासे पाकिस्तानी संसद की एक कमिटी में हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी संसद के उच्च सदन सीनेट की प्रवासी पाकिस्तानियों के लिए बनाई गई कमिटी को यह जानकारी पाकिस्तान के अधिकारीयों ने दी है। कमेटी को बताया गया है कि UAE जैसे देश पाकिस्तान से आने वाले कामगारों से कटाई खुश नहीं हैं और वह अब पाकिस्तानियों को काम के लिए बुलाने की जगह बांग्लादेश जैसे जगहों के लोगों को तरजीह दे रहे हैं।
UAE पाकिस्तानी कामगारों से इसलिए भी परेशान है क्योंकि यहाँ होने वाले 50% अपराधो में यही लोग शामिल पाए गए हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी UAE के भीतर बदतमीजी भी करते हैं। UAE इनके व्यवहार से परेशान है। पाकिस्तानी दुबई जैसे शहरों में महिलाओं की बिना इजाजत के वीडियो बनाते हैं।
UAE के साथ ही इराक़ और सऊदी अरब भी पाकिस्तानियों से परेशान हैं। सऊदी अरब और इराक पाकिस्तान से आने वाले भिखारियों से परेशान हैं। अधिकारियों ने इस कमिटी को बताया कि सितम्बर, 2023 में यहाँ ऐसे गैंग पकड़े गए थे जो हज करने जाते थे लेकिन फिर वहाँ भीख माँगने लगते थे।
यह भी सामने आया है कि सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में पकड़े जाने वाले 90% भिखारी पाकिस्तानी निकले हैं। कमिटी में कहा गया कि पाकिस्तानी नई तकनीकों के हिसाब से काम नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए भी उनकी माँग इन देशों में घट रही है। कमिटी को बताया गया है कि इन्हें ट्रेनिंग दिए जाने की जरूरत है।
सऊदी अरब में पाकिस्तानी भिखारियों के जाने का मुद्दा पहले भी कई बार उठता रहा है। कमिटी ने जनवरी, 2024 में भी पाकिस्तानी सरकार से कहा था कि वह सऊदी अरब में पाकिस्तानी भिखारियों के जाने पर रोक लगाए। इससे पहले अक्टूबर, 2023 में सऊदी अरब जाने की कोशिश कर रहे 24 भिखारियों को पकड़ा गया था।
यह भी इससे पहले सामने आया है कि पाकिस्तानी सऊदी अरब में मस्जिदों के अंदर तक जेबकतरे बन कर घूम रहे हैं। इन सबसे खाड़ी देशों के लोग तंग आ रहे हैं और पाकिस्तानियों को अब काम पर नहीं रख रहे हैं। पाकिस्तान बड़े स्तर पर बाहर से आने वाले पैसे पर निर्भर है ऐसे में उसके लिए यह चिंता का विषय है।