मणिपुर में हिंसा फैलाने के लम्बी चौड़ी साजिश रची गई थी। इसके लिए कुकी आतंकी संगठनों ने महिला ब्रिगेड तैयार की। उनको हथियार की ट्रेनिंग दी। उन्होंने मणिपुर में काम के लिए बाहर से आने वालों से वसूली का भी प्लान बनाया था। यहाँ तक कि कुकी संगठनों ने खुद का ड्रोन सिस्टम तक तैयार किया।
न्यूज18 को मिली एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, मणिपुर में कांग्लीपाक नेशनल पार्टी (KNP), कुकी नेशनल फ्रंट (KNF) और यूनाइटेड पीपल पार्टी ऑफ़ कांग्लीपाक (UPPK) ने मणिपुर के कई इलाकों में हिंसा के लिए साजिश रची है। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह अपनी आतंकी गतिविधियाँ फंड करने के लिए बाहर से आने वाले कामगारों से वसूली करना चाहते हैं।
यह संगठन नेपाल और बिहार से मणिपुर पहुँचने वाले व्यापारियों से ₹1-1.5 लाख/महीने का वसूलने की साजिश रच चुके हैं। इसके अलावा यह सुरक्षाबलों की गतिविधियों पर की जासूसी भी कर रहे हैं। इन संगठनों ने KCP और KNF ने कादतन और चिखांग में सुरक्षाबलों की जासूसी के लिए एक ड्रोन सिस्टम लगाया है।
सुरक्षाबलों की जासूसी और लोगों से पैसा वसूलने के अलावा इन संगठनों ने हमला करने कि भी नई तकनीक निकाली थी। कुकी संगठनों ने अपना नुकसान कम करने और सुरक्षाबलों के हाथ बाँधने के लिए महिलाओं की ब्रिगेड तैयार की थी। इन संगठनों ने महिलाओं को हथियार चलाने कीई ट्रेनिंग दी है।
इन महिलाओं को 45 दिन की विशेष ट्रेनिंग इसी काम के लिए दी गई। कुकी संगठनों ने यह सोच कर यह ट्रेनिंग दी थी कि यदि महिलाएँ सुरक्षाबलों पर हमला करेंगी तो वह वापस जवाब भी देने में हिचकिचाएँगे और बाद में विक्टिम कार्ड भी खेला जा सकेगा।
यह बात बीते दिनों में देखी भी गई है। कई बार महिलाओं ने सुरक्षाबलों का रास्ता रोका है। 30 अप्रैल 2024 को भारतीय सेना अपने साथ वो हथियार और गोला बारूद लेकर जा रहे थे, जो उन्होंने बिष्णुपुर में कुछ वाहनों से जब्त किए थे। लेकिन, इस बीच रास्ते में महिलाओं का एक ग्रुप आया और काफिला रोककर 11 उपद्रवियों को रिहा कराया।
मणिपुर में बीते कुछ दिनों में हालात फिर बिगड़ गए हैं। यह हिंसा 6 लाशें मिलने के बाद चालू हुई है। लाशें मिलने के बाद रविवार को मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों में भारी हिंसा हुई। लोगों ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया। कई जगह तोड़फोड़ भी हुई। कई भाजपा विधायकों के घरों को भी निशाने पर लिया गया है।
NDTV की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यह मणिपुर सरकार में काम करने वाले हीरोजीत का परिवार था। उनके बेटे और सास के अलावा उनकी पत्नी, एक और बच्चा, पत्नी की बहन, बहन के बच्चे की भी कुकी लड़ाकों ने हत्या कर दी है।
कुकी लड़ाकों ने यह कार्रवाई CRPF से हुई एक मुठभेड़ के दौरान की थी। उन्होंने वापस लौटते समय इन 6 लोगों को अगवा कर लिया था और बाद में मार दिया। इससे पहले CRPF के साथ हुई मुठभेड़ में 11 कुकी लड़ाके मारे गए थे।