Thursday, July 17, 2025
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झारखंड में ‘वर्ग विशेष’ से पत्रकार को भी लगता है डर, सवाल पूछने पर रवि भास्कर को मारने दौड़े JMM कैंडिडेट निजामुद्दीन अंसारी: समर्थकों ने लिया घेर तो ग्रामीणों ने बचाया

रवि भास्कर ने निजामुद्दीन अंसारी सहित कुछ अन्य नेताओं के द्वारा पूर्व में पाला बदलने को लेकर सवाल किया था। इसी सवाल पर निजामुद्दीन अंसारी भड़क उठे। निजामुद्दीन अंसारी ने पत्रकार की तरफ थप्पड़ ताना और कहा, "मारेंगे दो थप्पड़।" इतना कहकर वो रवि भास्कर की तरफ दौड़ भी पड़े।

झारखंड में केवल बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठियों का ही आतंक नहीं है। ‘वर्ग विशेष’ का खौफ ऐसा है कि पत्रकार भी डरते हैं। रवि भास्कर नाम के एक पत्रकार ने ऑपइंडिया से बातचीत में यह डर साझा किया है। भास्कर का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें सवाल पूछने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रत्याशी निजामुद्दीन अंसारी उन्हें थप्पड़ मारने की कोशिश करते दिख रहे हैं।

ऑपइंडिया को रवि भास्कर ने बताया है कि अंसारी ने उन्हें धमकी भी दी। उनके समर्थकों ने उन्हें घेर लिया था। उनका माइक तोड़ दिया। स्थानीय ग्रामीणों के कारण उनकी जान बची। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मौके पर ‘वर्ग विशेष’ के लोग ज्यादा होते तो उनके साथ ‘अनहोनी’ भी हो सकती थी।

घटना 17 नवंबर 2024 की है जब झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी निजामुद्दीन अंसारी विधानसभा धनवार में लाव लश्कर के साथ अपना चुनाव प्रचार कर रहे थे। इसी दौरान खबर मंत्र लाइव न्यूज़ चैनल के पत्रकार रवि भास्कर ने उनसे सवाल-जवाब किया। रवि भास्कर ने निजामुद्दीन अंसारी सहित कुछ अन्य नेताओं के द्वारा पूर्व में पाला बदलने को लेकर सवाल किया। इसी सवाल पर निजामुद्दीन अंसारी भड़क उठे।

निजामुद्दीन अंसारी ने पत्रकार की तरफ थप्पड़ ताना और कहा, “मारेंगे दो थप्पड़।” इतना कहकर वो रवि भास्कर की तरफ दौड़ भी पड़े। रवि भास्कर ने JMM प्रत्याशी की इस हरकत का प्रतिरोध किया और उन्हें तमीज से पेश आने के लिया कहा। इसी दौरान मौके पर मौजूद ग्रामीणों और सुरक्षाकर्मियों ने बीच बचाव किया। न्यूज़ मंत्र लाइव ने अपने एक शो में ग्रामीणों को अपने पत्रकार को बचाने के लिए धन्यवाद भी किया है।

रवि भास्कर ने आरोप लगाया कि न सिर्फ निजामुद्दीन अंसारी बल्कि उनके तमाम समर्थक गुंडागर्दी पर उतारू हो गए थे। पत्रकार का माइक भी तोड़ दिया गया। बकौल रवि भास्कर अगर ग्रामीण बीच-बचाव न करते तो उनके साथ कोई बड़ी घटना हो सकती थी। पत्रकार के आसपास मौजूद ग्रामीणों ने भी निजामुद्दीन की इस हरकत को गलत बताया। उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी की हरकत बहुत ही गलत थी। एक ग्रामीण ने कहा, “निजामुद्दीन गुंडा है।”

झारखंड भाजपा ने निजामुद्दीन की इस करतूत को अपने आधिकारिक हैंडल से शेयर किया है। उन्होंने अपने कैप्शन में लिखा, “लगता है पूरा का पूरा झारखंड मुक्ति मोर्चा ही हार की हताशा में डूब गया है। पूर्व विधायक और वर्तमान में धनवार सीट से झामुमो प्रत्याशी निजामुद्दीन अंसारी की बौखलाहट इतनी बढ़ गई है कि वो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ यानि कि पत्रकार बंधुओं को भी मारने और धमकाने पर उतर आए हैं। जरा सोचिए अभी तो ये सिर्फ प्रत्याशी हैं, कहीं धोखे से अगर ये जीत गए तो जनता पर कितना जुल्म और कहर बरपाएँगे इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।”

वर्ग विशेष के लोग ज्यादा होते तो हो जाती अनहोनी

ऑपइंडिया ने इस घटना के बारे में पत्रकार रवि भास्कर से बात की। रवि भास्कर ने हमें बताया कि अगर निजामुद्दीन अंसारी के सहयोगियों और वर्ग विशेष के लोगों की संख्या ज्यादा होती तो उनके साथ कोई अनहोनी हो जाती। बकौल रवि भास्कर जब उनको निजामुद्दीन अंसारी के समर्थकों ने घेर लिया तब उन्होंने ग्रामीणों से अपनी जान बचाने के लिए गुहार लगाई। इस गुहार पर कई महिलाएँ विरोध करती हुई सामने आईं तब निजामुद्दीन अंसारी अपने समर्थकों सहित वहाँ से वापस लौटा।

रवि भास्कर ने बताया कि वो अपनी कवरेज चुनाव आयोग की बाकायदा अनुमति से कर रहे थे। जाते-जाते निजामुद्दीन अंसारी और उसके साथियों ने पत्रकार को धमकी भी दी है कि चुनाव के बाद उनको देख लिया जाएगा। इन्हीं ने मिल कर पत्रकार का मोबाइल भी छीन लिया था। रवि भास्कर और उनके न्यूज़ संस्थान के अन्य स्टाफ मिल कर जल्द ही मामले की पुलिस में शिकायत करने जा रहे हैं। हमें बताया गया कि इसके लिए वो सभी निजामुद्दीन अंसारी और उनके समर्थकों के खिलाफ आवेदन लिख रहे हैं। रवि भास्कर ने अन्य तमाम मीडिया संस्थानों से अपने खिलाफ हुए अत्याचार पर सहयोग की अपील की है।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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