रॉबिन उथप्पा के खिलाफ कर्मचारी भविष्य निधि जमा से संबंधित कथित धोखाधड़ी के संबंध में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। इस एक्शन के बाद अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
उथप्पा ने अपने बयान में लिखा, “मैं किसी भी कंपनी के संचालन में न तो सक्रिय भूमिका निभा रहा था, न ही मेरी इसमें विशेषज्ञता थी। मैंने कई साल पहले इन कंपनियों के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। मैंने कुछ कंपनियों को धनराशि उधार दी थी, लेकिन उन्होंने इसे वापस नहीं किया, जिसके कारण मुझे कानूनी कार्यवाही करनी पड़ी। यह मामला अभी अदालत में लंबित है।”
Former Indian Cricketer Robin Uthappa tweets "…I did not have an active executive role, nor was I involved in the day-to-day operations of the businesses…Neither did I have the time nor expertise to participate in their operations. I do not play an executive role in any other… https://t.co/ADBNRqf7ns pic.twitter.com/wgH1Q22dq1
— ANI (@ANI) December 22, 2024
उथप्पा ने स्पष्ट किया कि उनकी भूमिका केवल निवेश तक सीमित थी और उनका सीधा जुड़ाव नहीं था। यह मामला पूर्व क्रिकेटर के लिए कानूनी चुनौती बन सकता है, लेकिन उथप्पा ने अपनी स्थिति को लेकर पूरी पारदर्शिता दिखाई है। मामले की अगली सुनवाई का इंतजार है।