जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों की मानवता और उनके द्वारा पेश की गई बहादुरी की मिसाल ने सबका दिल जीत लिया है। दरअसल प्रदेश में भारी बर्फ़बारी के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, जिससे गाड़ियों का आवागमन भी प्रभावित है।
इसी बीच बीते 8 फ़रवरी को बांदीपुर में थलसेना की पनार शिविर के कंपनी कमांडर को एक ग्रामीण ने फोन करते हुए सेना से अपनी गर्भवती पत्नी गुलशाना बेग़म को अस्पताल पहुँचाने की मदद माँगी थी। जिसके बाद सेना के जवानों ने सही समय पर महिला की मदद करते हुए उसे उत्तर कश्मीर के बांदीपुर ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया।
-7 डिग्री तापमान में जवानों ने की महिला की मदद
ख़बर की मानें तो भारी बर्फ़बारी होने के कारण मौसम काफ़ी ख़राब था और तापमान शून्य से सात डिग्री सेल्सियस कम। बर्फ़बारी के कारण सड़कें बर्फ़ से पूरी तरह ढक गई थी। इससे गाड़ियों की आवाजाही नहीं हो पा रही थी।
ऐसे में राष्ट्रीय राइफ़ल्स के जवानों ने भारी बर्फ़बारी और सड़कों पर मुश्किल हालात का सामना करते हुए गर्भवती महिला को ढाई किलोमीटर तक स्ट्रेचर पर ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया। हालात गंभीर होते हुए भी कमर तक पहुँची बर्फ़ को पार करते हुए वे आगे बढ़ते रहे।
अस्पताल में भर्ती कराने के बाद पता चला कि महिला को ऑपरेशन की सख़्त ज़रूरत थी। ऐसे में उन्हें समय पर अस्पताल लाना आवश्यकता था। जवानों का अथक प्रयास सफल हुआ और महिला ने जुड़वाँ बच्चियों को जन्म दिया।