पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। इस एयर स्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। पाकिस्तान की इस हिमाकत के दौरान भारत ने उसके एक एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया। इसके बाद पाकिस्तान ने एक भारतीय पायलट को अपने हिरासत में ले लिया। पाकिस्तान द्वारा यूट्यूब पर पोस्ट किए गए वीडियो काफ़ी वायरल हुए। इन वीडियो में भारतीय पायलट को पाकिस्तान के हिरासत में दिखाया गया था। इन वीडियो में दिखाया गया था कि कैसे पाकिस्तानी सेना उन्हें हिरासत में ले रही है।
हमें शिकायतें मिली थीं, कल एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई थी, जहां पाकिस्तान की तरफ से विंग कमांडर(अभिनंदन) का अपनामजनक विडियो यूट्यूब पर अपलोड किया जा रहा था। हमने यूट्यूब को इसके लिए एक नोटिस भेजा, उन्होंने यूट्यूब से ऐसे 11 विडियो को हटाया: रविशंकर प्रसाद
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) February 28, 2019
भारत ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए न सिर्फ़ पाकिस्तान बल्कि यूट्यूब पर भी कड़ा रुख़ अपनाया है। पाकिस्तान द्वारा ये वीडियो पोस्ट करने को भारत ने ‘जेनेवा कन्वेंशन’ का उल्लंघन बताया। ताज़ा ख़बरों के अनुसार, भारतीय पायलट को आज शुक्रवार (मार्च 1, 2019) को वाघा बॉर्डर से वापस भारत भेजा जाएगा। सरकार ने यूट्यूब को नोटिस दिया है। यूट्यूब सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को कड़ी चेतावनी देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा:
“भारतीय लोकतंत्र अभिव्यक्ति और विचारों की स्वतंत्रता का सम्मान करता है, लेकिन वर्तमान स्थिति के मद्देनज़र हम सोशल मीडिया कंपनियों से उम्मीद करते हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके प्लेटफार्म पर ऐसे वीडियो डालने की अनुमति न दी जाए जो देश के मनोबल को कमज़ोर करने के लिए तैयार किए गए हैं। सरकार उम्मीद करती है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अधिक ज़िम्मेदारी से काम करेंगे और ऐसे मुद्दों से तत्काल आधार पर निपटेंगे।”
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोशल मीडिया कंपनियों को यह साफ़ कर दिया है कि देश का मनोबल तोड़ने वाले कोई भी कार्य बर्दाश्त नहीं किए जाएँगे। ख़बरों के अनुसार, यूट्यूब की पेरेंट कम्पनी गूगल के प्रवक्ता ने इस बाबत बयान देते हुए कहा:
“कंपनी प्राधिकारियों से मिले वैध क़ानूनी अनुरोध पर जितनी ज़ल्दी संभव होगा, कार्रवाई करेगी। कंपनी इस तरह की सामग्री हटाने का काम तेज़ी से करती है। यह हमारी दीर्घकालीन नीति का हिस्सा है। सरकार के अनुरोध पर संबंधित सामग्री को गूगल की सेवाओं से हटा दिया गया है और इसे जल्द ही हमारी पारदर्शिता रिपोर्ट में भी अपडेट किया जायेगा।”
भारत सरकार सोशल मीडिया की आजादी की पूरी पक्षधर है, सोशल मीडिया का लोग उपयोग करें हम उसका सम्मान करते है, लेकिन सोशल मीडिया का प्लेटफॉर्म देश के अंदर की ताकत को कमजोर करने के रूप में नहीं दुरुपयोग होना चाहिए: केंद्रीय मंत्री @rsprasad pic.twitter.com/L9sNKqmKBt
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) March 1, 2019
भारत सरकार के नोटिस पर कार्रवाई करते हुए यूट्यूब ने ऐसे 11 वीडियो हटा दिए। इन वीडियोज़ के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों से इस से सम्बंधित ट्रेंड कराने शुरू कर दिए थे।