लोकसभा चुनाव नजदीक है और इस दौरान दल-बदल का दौर जारी है। इसकी वजह से राजनीतिक गलियारे में उठा पटक का माहौल है। सभी पार्टियाँ पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतरने की कवायद में जुटी है। इसी बीच लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को झारखंड में एक बार फिर से करारा झटका लगा है। राजद की प्रदेश अध्यक्ष और राजद सुप्रीमो की बेहद करीबी अन्नपूर्णा देवी के भाजपा ज्वॉइन करने के बाद अब राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता गिरिनाथ सिंह ने आरजेडी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है।
बता दें कि, गिरिनाथ सिंह गुरूवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। हालाँकि, भाजपा ने अभी तक राँची, चतरा और कोडरमा से उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। मगर ऐसा माना जा रहा है कि गिरिनाथ सिंह को भाजपा की तरफ से चतरा संसदीय क्षेत्र का टिकट मिल सकता है। वहीं अन्नपूर्णा देवी को कोडरमा से टिकट का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
भाजपा में शामिल होने को राजद के पूर्व अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह ने घर वापसी बताया है। गिरिनाथ सिंह ने कहा कि वो तीन चीजों से प्रभावित हो कर भाजपा में आए हैं। उन्होंने कहा कि देश को आज सुरक्षित रखने की जरूरत है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में देश सुरक्षित है। दूसरी बात है कि भाजपा विश्व की बड़ी पार्टी है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की नेतृत्व क्षमता पर विश्वास है। वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्थानीय नीति बना कर राज्य का भला किया। इन्हीं तीन चीजों से प्रभावित होकर वो भाजपा में शामिल हुए।
गौरतलब है कि भाजपा नेताओं से संपर्क रखने की मिल रही खबरों के बाद राजद ने उन्हें पार्टी से छ: साल के लिए निलंबित कर दिया था। हालाँकि, उनका निष्कासन फिर वापस ले लिया गया। मगर गिरिनाथ सिंह ने 25 मार्च को राजद से इस्तीफा दे दिया। वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर ने गिरिनाथ सिंह के संबंध में पूछे जाने पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।