Wednesday, April 23, 2025
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अजीत झा

देसिल बयना सब जन मिट्ठा

खतरे में है हर हिंदू, सरकारी सुरक्षा के भरोसे हम जीवनभर नहीं बैठ सकते… पर कवर्धा का ‘सुरक्षा मॉडल’ आत्मसात तो कर ही सकते...

कवर्धा के ​हिंदू जिस तरह दुर्गेश देवांगन के परिवार की ढाल बने, क्या उसी तरह हर पीड़ित हिंदू परिवार का हम बन सकते हैं सुरक्षा कवच?

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भेड़िया धँसान भीड़ क्योंकि सिस्टम को नहीं है सिविक सेंस

कभी छठ, कभी गर्मी की छुट्टी, कभी महाकुंभ। कब तक भीड़ को ही हम ठहराते रहेंगे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मचने वाली भगदड़ों का दोषी?

चुनावों में जीत-हार लगी रहती है… पर अरविंद केजरीवाल के पतन की प्रतीक्षा में था आम आदमी

AAP या अरविंद केजरीवाल का फातिहा तो नहीं पढ़ा जाना चाहिए। पर आम आदमी का यह 'प्रायश्चित' अब उन्हें चैन से न सोने देगा, न जागने।

पहले अपने ही बच्चों की खाई झूठी कसम, अब बुजुर्ग माँ-बाप की निकाली ‘परेड’… मौका कोई भी हो अरविंद केजरीवाल हर बार ‘नीचता’ का...

बुजुर्गों के लिए घर बैठे मतदान का भी विकल्प है। केजरीवाल चाहते तो उन्हें गाड़ी से भी मतदान केंद्र लेकर जा सकते थे। पर उन्होंने बुजुर्ग-बीमार माँ-बाप को व्हीलचेयर पर बिठा 'बेचने' का विकल्प चुना।

मेरा नाम अजीत झा है, शहजाद पूनावाला ने मुझे नहीं कहा ‘Jha2’; आपको कहा तो AAP के ऋतुराज का पकड़िए गला

झा उपनाम धारी होने के कारण लगता है कि मैथिल ब्राह्मणों को गाली दी गई है तो ऋतुराज का गला पकड़िए जिसने शहजाद पूनावाला के समाज को अपमानित किया।

मस्जिद कमेटी के झगड़े में मुस्लिम ने मौलवी को मारा, ‘हिंदू ने हत्या कर दी’ की अफवाह उड़ा संभल में तोड़े सूरजकुंड और मानस...

संभल में दंगों में 209 हिंदुओं की हत्या हुई है। 1976 में मुस्लिम दंगाइयों ने सूरजकुंड और मानस मंदिर को भी तोड़ दिया था।

जिस हवन कुंड के पास होता था कीर्तन, आज वहीं हाथ-पैर धो रहे मुस्लिम: संभल के ‘हरिहर मंदिर’ में शफीकुर्रहमान बर्क ने बंद करवाया...

इंटरनल रिपोर्ट बताती है कि संभल के हरिहर मंदिर में हिंदुओं का प्रवेश शफीकुर्रहमान बर्क ने बंद करवाया। हवन कुंड की जगह मुस्लिम वजू कर रहे हैं।

बनवारी लाल के लिए ‘भाई’ थे मुस्लिम… फिर भी पहले पैर काटा, फिर हाथ और आखिर में गला: संभल में जब 24 हिंदुओं को...

संभल में आज करीब 20% ही हिंदू बचे हैं। दंगों के जरिए हिंदुओं को मिटाया गया है। सबसे बड़ा दंगा 1978 में हुआ। इसी दंगे में बनवारी गोयल की हत्या हुई थी।