Saturday, July 27, 2024
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अजीत झा

देसिल बयना सब जन मिट्ठा

क्रूस चौक, चर्च, साहेब का कोना, ईसाइयों का मेला… जब ‘हिंसक हिंदू’ अल्पसंख्यक हो जाएँगे तो भारत का हर गाँव होगा खड़कोना, रमेश राम...

हिंदुओं पर मँडरा रहे जिस खतरे से हाई कोर्ट आगाह कर रहा, उसका समाधान हिंदुओं को खुद करना होगा। नहीं तो एक दिन हर गाँव खड़कोना या कोरकोटोली होंगे।

नालंदा विश्वविद्यालय को ब्राह्मणों ने ही जलाया था, 11वीं सदी का शिलालेख है साक्ष्य!!

नालंदा विश्वविद्यालय को ब्राह्मणों ने ही जलाया था, बख्तियार खिलजी ने नहीं। ब्राह्मण+बुर्के वाली के संभोग को खोद निकाला है इस इतिहासकार ने।

शेख शाहजहाँ तो गिरफ्तार हो गया पर इस मरी हुई व्यवस्था का इलाज कौन करेगा, क्योंकि जंगलराज से भी गया गुजरा है ममता बनर्जी...

बंगाल की असली चुनौती शाहजहाँ शेख की गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि वो व्यवस्था है जिसने उसे संदेशखाली की सल्तनत चलाने की इजाजत दी।

मुस्लिम औरतों के लिए 3 महीने का ‘इद्दत’, सागरिका जी ने 3 साल का रखा, इसलिए TMC से जायज माना जाए राजदीप सरदेसाई की...

कभी राज्यसभा की सीट कबूल नहीं करने की मुनादी करने वाली सागरिका घोष ने अब बताया है कि क्यों टीएमसी का ऑफर कबूल करना उनके लिए जायज है।

बिहार में बीजेपी का CM, नीतीश NDA के संयोजक… फाॅर्मूला तो है तैयार, पर सहमति बनने की संभावना कितनी

सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार घर वापसी का मूड बना चुके हैं। हालाँकि शर्तों पर सहमति शेष है। इसमें एक से दो दिन लगने की बात कही जा रही है।

यह केवल धर्म नहीं, राम सिर्फ भगवान नहीं, यह हर्ष मात्र भक्ति नहीं

राम पर हरेक का अधिकार उनके अवतार होने के कारण नहीं है। अराध्य होने के कारण नहीं है। किसी मायाजाल या चमत्कार से नहीं है।

जब रामरथी आडवाणी के लिए सड़क पर उतर गईं प्रोफेसर शारदा सिन्हा, समस्तीपुर के सर्किट हाउस में ही छठ करने को तैयार थीं महिलाएँ

सोमनाथ से अयोध्या के लिए निकली जिस रथ यात्रा के पहिए तुष्टिकरण की राजनीति ने बीच में ही रोक दिए उसने भारत की राजनीति को ही बदल दिया।

रावण ने ठुकराया हश्र हम जानते हैं, कॉन्ग्रेस ने ठुकराया हश्र हम देखेंगे

नेहरू से लेकर सोनिया तक कॉन्ग्रेस हिंदू घृणा में सनी रही। फिर भी राम की मर्यादा का पालन कर उसके नेताओं को न्योता दिया गया। पर उसने वही चुना जो उसकी नियति है।