Sunday, September 8, 2024
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सेंट जोसफ स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा- चोटी कटवा कर आओ, छात्र ने इनकार किया तो बाहर निकालाः शिखा के चलते प्रताड़ित करने का आरोप

SDM जितेंद्र यादव ने कहा है कि स्कूल के प्रबंधन ने आगे ऐसी शिकायत न आने की बात कही है। यदि स्कूल प्रबंधन की तरफ से दुबारा ऐसा किया गया तो कार्रवाई की जाएगी।

छत्तीसगढ़ के जिला कांकेर के सेंट जोसफ हायर सेकेंड्री स्कूल गुरुवार (21 अक्टूबर 2021) को विवाद का केंद्र बन गया। यहाँ पर हिन्दू धर्म के अपमान का आरोप लगा है। विवाद वहीं पढ़ने वाले एक छात्र की शिखा (चोटी) को ले कर उठा है। कक्षा 10 में पढ़ने वाले छात्र का आरोप है कि उसे शिखा कटवा कर आने को कहा गया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित छात्र का नाम अंश तिवारी है। अंश के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे को 2 दिन से स्कूल में घुसने नहीं दिया गया है। स्कूल के प्रिंसिपल का नाम जोमोन पीटी है। जब अभिभावकों ने उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि पहले शिखा कटवाओ तब भेजो। परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे अंश तिवारी को शिखा के चलते स्कूल में कई बार प्रताड़ित किया गया है।

कथित तौर पर प्रिंसिपल ने छात्र से शिखा कटवाने को कहा। जवाब में छात्र ने इसे अपने धर्म का प्रतीक बता कटवाने से इनकार कर दिया। इससे नाराज हो प्रिंसिपल ने उसे स्कूल से बाहर निकाल दिया था। सेंट जोसफ स्कूल कांकेर के भानु प्रतापपुर क्षेत्र में स्थित है।

जब इस पूरे प्रकरण की जानकारी भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा को हुई तो कई कार्यकर्ता स्कूल पहुँच गए। उन्होंने प्रिंसिपल के कमरे में भगवा झंडा लगा दिया। इसी के साथ स्कूल के कैम्पस में जय श्री राम के नारे लगे। भाजयुमो के जिला अध्यक्ष राजा पांडे इस समूह का नेतृत्व कर रहे थे।

राजा पांडे के अनुसार सेंट जोसफ स्कूल की शिकायतें लगातार 7-8 वर्षों से मिल रही थीं। पहले भी उस स्कूल में हिन्दू देवी देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी की जाती रही है। हिन्दू छात्रों की धार्मिक भावनाओं पर भी लगातार प्रहार किया जाता है। इसी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी का यह आंदोलन है।

इस मामले की सच्चाई जानने के लिए जब पत्रकारों ने प्रिंसिपल से सवाल किया तो वो चेंबर से बाहर निकल गए। पत्रकारों ने उनके गाडी में बैठने तक सच्चाई जाननी चाही तो उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया। आखिरकार वो बिना कुछ भी बताए स्कूल से चले गए।

इस घटनाक्रम पर भानु प्रतापपुर के SDM का बयान भी आया है। SDM जितेंद्र यादव ने कहा है कि स्कूल के मैनेजमेंट और बाकी समाज के लोगों के बीच सहमति बन गई है। आगे से स्कूल प्रबंधन परिजनों को हर मामले की सूचना देता रहेगा। स्कूल के प्रबंधन ने आगे ऐसी शिकायत न आने की बात कही है। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि यदि स्कूल प्रबंधन की तरफ से दुबारा ऐसा किया गया तो कार्रवाई की जाएगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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