उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में महिलाओं से दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है। भोपा क्षेत्र के रजबहे गाँव में जब कुछ युवतियाँ नहा रही थीं, तब मुस्लिम समुदाय के कुछ युवक वहाँ पहुँच गए और उन्होंने फब्तियाँ कसने के साथ-साथ अश्लील हरकतें की। इतना ही नहीं, इसके बाद ‘उलटे चोर कोतवाल को डाँटे’ को चरितार्थ करते हुए आरोपित युवक अपने साथियों के साथ गाँव में पहुँच गए और पीड़ित पक्ष के परिजनों के साथ मारपीट की। इस घटना में 2 महिलाओं समेत 3 लोग घायल हो गए। उक्त युवतियाँ गाँव की एक शादी में भाग लेने आई थीं और घूमने-फिरने के दौरान नहा रही थी, जब उनके साथ छेड़खानी हुई।
दो वर्गों के बीच का मामले होने के कारण गाँव में सांप्रदायिक तनाव व्याप्त है। पुलिस फ़ोर्स तैनात कर दी गई है। पुलिस को मौके पर स्थिति को शांत करने के लिए लाठियाँ तक भी भाजनी पड़ी। तनाव के कारण ख़ुद एसपी को घटनास्थल पर कैम्प करना पड़ा। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि इस मामले में एकतरफा कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पीड़ित पक्ष के ही तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। ग्रामीणों ने जब थाना पहुँच कर विरोध प्रदर्शन किया और हिंदूवादी संगठनों ने आवाज़ उठाई, तब जाकर उक्त युवकों को छोड़ा गया।
हिंदूवादी संगठनों और पुलिस के बीच थाने में नोंकझोंक भी हुई क्योंकि संगठनों का आरोप था कि पुलिस उल्टा पीड़ित पक्ष पर ही कार्रवाई कर रही है। हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने एसएसपी से भी मुलाक़ात कर अपनी बात रखी। इसके बाद पुलिस ने आरोपितों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। गाँव में कई थानों की पुलिस पहुँची, तब जाकर मामला शांत हुआ। समीर व जावेद नामक युवकों के ख़िलाफ़ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है। गाँव में अभी भी तनाव व्याप्त है और पुलिस कैम्प कर रही है।
जिन संगठनों ने पीड़ितों की ओर से पुलिस के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर मामले में सही तरीके से कार्रवाई करने की माँग की, उनमें विश्व हिन्दू परिषद, शिवसेना और हिन्दू संघर्ष समिति शामिल थी। इन सभी संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकताओं ने पीड़ितों का पूरा साथ दिया और पुलिस से भी बातचीत की। ग्रामीणों का कहना है कि यह मामला काफ़ी गंभीर है क्योंकि एक तो युवकों ने छेड़खानी की और ऊपर से महिलाओं सहित अन्य परिजनों की पिटाई भी की। इस बीच कुछ लोगों ने दोनों पक्षों में समझौता कराने की भी कोशिश की। हालाँकि, पुलिस इस बात से भड़क उठी।
पुलिस ने कहा कि अब इस मामले में समझौते का कोई सवाल ही नहीं है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने ख़ुद स्वीकार किया कि गाँव में इस तरह की घटनाएँ बढ़ गई हैं और इसलिए दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ित युवतियाँ लुधियाना से आई थी। वे गाँव में एक परिवार में रिसेप्शन में हिस्सा लेने आई थीं। ख़बर के अनुसार, छेड़खानी के आरोपित दोनों युवकों ने एक दर्जन के क़रीब ‘अपने लोगों’ के साथ लौट कर पीड़ित पक्ष की पिटाई की। पुलिस अभी भी मामले की जाँच में लगी हुई है।