उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मंत्री और बसपा (BSP) के कद्दावर नेता रहे हाजी याकूब कुरैशी (Haji Yakub Qureshi) के सुनहरे दिन बीत गए। जिस कुरैशी की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कभी तूती बोलती थी आज उनकी अवैध संपत्तियों पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। इस दिन की कल्पना उन्हें भी नहीं रही होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व में बनी दूसरी बार भाजपा सरकार (BJP Government) ने याकूब कुरैशी पर कार्रवाई तेज कर दी है। बुधवार (6 अप्रैल 2022) को प्रशासन ने कुरैशी के मेरठ के हापुड़ रोड पर बने माई सिटी हॉस्पिटल को सील कर दिया। डिप्टी CMO जावेद हुसैन के साथ इस कार्रवाई में शामिल रहे डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया का कुरैशी का यह हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के ही चल रहा था।
मेरठ जिले के सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि 2019 से इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रिन्यूवल नहीं कराया गया था। इसको लेकर अस्पताल को कई बार नोटिस भी भेजा गया था। बार-बार नोटिस भेजने के बाजूद उसका कोई जवाब नहीं दिया गया। इसलिए कार्रवाई की गई।
बताया जा रहा है कि यह अस्पताल याकूब एजुकेशन चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर चलाया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान यह बात भी सामने आई कि यह अस्पताल किसी दूसरे व्यक्ति को लीज पर चलाने के लिए दिया गया था। बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल को किसी दूसरे को लीज पर नहीं दिया जा सकता है।
मीट फैक्ट्री पर बुलडोजर चलाने की तैयारी
वहीं, कुरैशी के अस्पताल के बाद उनकी मीट फैक्ट्री अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड पर कार्रवाई हो सकती है। मेरठ विकास प्राधिकरण (MDA) के उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी के अनुसार, मीट फैक्ट्री भू-उपयोग बदलने का आवेदन पहले ही शासन द्वारा निरस्त किया जा चुका है।
कुरैशी की यह फैक्ट्री 13 हेक्टेयर में बनी है, जिसमें 10 हेक्टेयर भूमि सरकारी है। इसके अलावा एक हेक्टेयर भूमि ग्रीन बेल्ट और 0.234 हेक्टेयर भूमि सड़क चौड़ीकरण की है। इसमें से सिर्फ 0.130 हेक्टेयर जमीन ही औद्योगिक प्रयोग के लिए है। इस के बाद मामले को कुरैशी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है। कहा जा रहा है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस में राय लेने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
बिना अनुमति के फैक्ट्री में मीट पैकेजिंग करने पर MDA ने 31 मार्च को छापेमारी उसे सील कर दिया था। इस दौरान वहाँ से 31 टन मीट बरामद किया गया था। इस कार्रवाई के बाद से ही हाजी याकूब परिवार सहित फरार हो गया है। मंगलवार (5 अप्रैल) को फरार याकूब की गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। पुलिस उसके ठिकानों की जानकारी जुटा रही है।
डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने और शार्ली एब्दो पर हमला करने वालों को इनाम
पुलिस याकूब कुरैशी के आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाल रही है। इस संबंध में यूपी के सभी थानों से जानकारी माँगी गई है। याकूब के खिलाफ अलग-अलग थानों में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। याकूब के खिलाफ डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने पर इनाम की घोषणा करने के मामले में भी एफआईआर दर्ज है।
साल 2006 में डेनमार्क के एक कार्टूनिस्ट ने मुस्लिमों के पैगंबर मोहम्मद का एक कार्टून बनाया था। इस दौरान उन्होंने इसे धार्मिक भावना भड़काने वाला बताते हुए घोषणा की थी कि जो भी इस कार्टूनिस्ट का सिर कलम करेगा, उसे वह 51 करोड़ रुपए का इनाम देंगे। इसको लेकर 2004 में देहलीगेट थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।
इसके अलावा याकूब कुरैशी ने फ्रांसीसी मैगजीन शार्ली एब्दो के पेरिस स्थित दफ्तर पर हुए हमले को भी सही ठहराते हुए कहा था कि इस्लाम धर्म और पैगंबर की शान में गुस्ताखी किसी भी सूरत में माफ नहीं की जा सकती। इसके हमलावरों को भी याकूब कुरैशी ने 51 करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी।