झारखंड की राजधानी रांची के एक मंदिर का ताला तोड़कर बजरंग बली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। सीसीटीवी की जाँच से रमीज अहमद पकड़ा गया। पुलिस उसे ‘मानसिक रोगी’ बता रही है। लेकिन स्थानीय लोग इस दावे पर सवाल उठा रहे हैं।
घटना मंगलवार (27 सितम्बर 2022) रात की है। इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को अगली सुबह हुई। लोगों के आक्रोश को देखते हुए इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला हिन्दपीढ़ी थाना क्षेत्र का है। यहाँ मेन रोड पर स्थित हनुमान मंदिर में बुधवार की सुबह विक्की विश्वकर्मा साफ-सफाई के लिए पहुँचा तो मंदिर का ताला टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो मंदिर में स्थापित हनुमान मूर्ति का नाक, माथा और गदा तोड़ दिया गया था। इसके अलावा मंदिर के अन्य सभी सामान सही सलामत थे। दान पेटी का पैसा भी सुरक्षित था।
स्थानीय लोगों ने आज तक से बात करते हुए बताया कि आरोपित को भले ही पुलिस द्वारा मानसिक रोगी बताया जा रहा हो लेकिन उसने चांदी के मुकुट और दानपेटी के पैसे को छोड़ कर सिर्फ मूर्ति को टारगेट क्यों किया।राँची में मंदिर में ताला तोड़ने वाले को
— भरत वंशी (@sushantishere) September 29, 2022
“पुलिस ने बताया मानसिक रूप से बीमार”#
और वो बीमारी है “चूसलाम” pic.twitter.com/kHrsaLRhy0
इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मंदिर में जुटे। प्रदर्शन के बाद पुलिस मौके पर पहुँची। CCTV फुटेज की जाँच हुई। इसके आधार पर रमीज अहमद को गिरफ्तार किया गया। हिंदपीढ़ी के SHO ने रमीज अहमद को मानसिक रोगी बताया है।
Jharkhand | A man was arrested for allegedly vandalising an idol of a deity at a temple in Ranchi
— ANI (@ANI) September 28, 2022
One person was found involved in the incident & has been arrested. Adequate police force deployed in various areas. We got CCTV footage, probe underway: Kishore Kaushal, SSP, Ranchi pic.twitter.com/NJleJmGjR1
तनाव को देखते हुए शहर में फ्लैग मार्च की भी सूचना है। भाजपा ने इस घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया है। मंदिर का शुद्धिकरण कराने की घोषणा भी हुई है।
घटना की रात लगे थे मज़हबी नारे
रमीज को मानसिक रोगी बताए जाने के पुलिसिया दावे से स्थानीय लोग सहमत नहीं हैं। स्थानीय लोगों ने आज तक से बात करते हुए कहा जिसे पुलिस मानसिक रोगी बता रही है उसने चाँदी के मुकुट और दान पेटी के पैसे को छोड़ कर सिर्फ मूर्ति को टारगेट क्यों किया। एक अन्य स्थानीय व्यक्ति का दावा है कि मूर्ति तोड़े जाने की रात वे दुर्गा पूजा के लेकर चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने मजहबी नारे लगाकर उन्हें भड़काने की कोशिश की थी।
गौरतलब है कि इसी नवरात्रि हैदराबाद में बुर्का पहन कर 2 मुस्लिम महिलाओं ने एक पंडाल में घुस कर माँ दुर्गा की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया था। मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने दोनों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था। गिरफ्तारी के बाद इन दोनों महिलाओं को भी मानसिक रोगी बताया जाने लगा था।