बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) ने सोमवार (6 मार्च 2023) को अपने परिवार के साथ होलिका दहन (Holika Dahan) किया। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसका वीडियो भी शेयर किया है। वीडियो में वह अपने दोनों बच्चों, पति राज कुंद्रा और माँ के साथ होलिका दहन करती हुई नजर आ रही हैं।
एक्ट्रेस ने कैप्शन में लिखा है, “होलिका दहन। हम छोटी-छोटी चिठ्ठियाँ बनाते हैं। अपनी सभी नकारात्मक भावनाओं, विचारों को लिखते हैं और इसे प्रेम व प्रकाश के रूप में ब्रह्मांड में जाने देते हैं। यह एक रस्म है, जिसे हम हर साल होलिका दहन पर करते हैं। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि विश्वास और भक्ति के साथ, भगवान हमेशा आपकी रक्षा करते हैं और आप हमेशा नकारात्मकता को जलाकर राख कर देते हैं। अपने जीवन को सकारात्मकता और प्रेम के रंगों से भर देते हैं। यह होली आप और आपके प्रियजनों के लिए खुशी, समृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य लाए। आप सभी को होली की शुभकामनाएँ।”
हालाँकि, इस वीडियो को देखने के बाद शिल्पा शेट्टी पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। एक्ट्रेस को हिन्दू धर्म की जानकारी न होने पर यूजर्स ने उनको जमकर खरी-खोटी सुनाई। दरअसल, हिंदू धर्म में होलिका दहन पर लोग अक्सर अरंड, गूलर की लकड़ियाँ और गाय के गोबर से बने उपले का इस्तेमाल करते हैं। लोग इन्हें शुभ मानते हैं। लेकिन शिल्पा ने अपने घर के अंदर होलिका दहन में बाँस का इस्तेमाल किया। साथ ही जूते पहनकर पूजा की।
इसको लेकर समीर चतुर्वेदी ने लिखा, “हिंदू धर्म में बाँस जलाना वर्जित है।” आकाश राना नाम के यूजर ने एक्ट्रेस को कहा, “आपको शायद ये ज्ञात नहीं कि हिन्दू धर्म में बाँस कभी जलाया नहीं जाता। कृपया करके इसकी जानकारी रखें।” कई अन्य यूजर्स ने भी उनकी पोस्ट पर यही कमेंट किया है कि हिंदू धर्म में बाँस को नहीं जलाते हैं।
इसके अलावा स्वाति मलिक ने लिखा कि होलिका कभी भी घर के अंदर नहीं जलाई जाती है। अनामिका ने हिंदू धर्म का अपमान करने पर शिल्पा को जमकर फटकारा। अनामिका ने लिखा, “कोई नहीं, शायद आपको बाँस नहीं जलाया जाता है, ये न पता हो। गलती हो जाती है। लेकिन चप्पल और जूते पहनकर पूजा नहीं की जाती है, ये भी नहीं पता है। जबकि आप तो लगभग सभी पूजा करती हैं।”
बता दें कि देश भर में 8 मार्च को रंगों का त्योहार होली मनाया जाएगा और 7 मार्च को होलिका दहन होगा। लेकिन महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात के अलावा कई जगहों पर एक दिन पहले ही 6 मार्च को होलिका दहन किया गया।