Thursday, May 9, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयभारत में 'बुआ-बाप' जैसे संवादों से घिरी 'आदिपुरुष' पर नेपाल में भी संकट, काठमांडू-पोखरा...

भारत में ‘बुआ-बाप’ जैसे संवादों से घिरी ‘आदिपुरुष’ पर नेपाल में भी संकट, काठमांडू-पोखरा में फिल्म पर प्रतिबंध: ‘जानकी भारत की बेटी’ डायलॉग पर विवाद

माता सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में नेपाल के लोगों का मानना है कि उनका जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था। इसी कारण से फिल्म के संवाद को लेकर वहाँ बवाल है। जबकि भारत में बवाल इसलिए है क्योंकि भारतीय लोगों को आदिपुरुष में दिखाए गए चित्रण नहीं भा रहे।

स्तरहीन संवादों को लेकर विवादों में घिरी आदिपुरुष का एक डायलॉग के कारण नेपाल में भी विरोध हो रहा है। फिल्म में जानकी को भारत की बेटी बताए जाने पर एतराज जताया जा रहा है। राजधानी काठमांडू और पर्यटन नगरी पोखरा में फिल्म को बैन करने की खबरें आ रही हैं।

यह विवाद काठमांडू के मेयर के एक सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुई थी। इसमें उन्होंने कहा था- “19 जून से काठमांडू शहर में सभी हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी जाएगी, क्योंकि फिल्म ‘आदिपुरुष’ के संवाद में आपत्तिजनक शब्द अभी तक नहीं हटाए गए हैं।”

उन्होंने कहा, “हमने तीन दिन पहले फिल्म से ‘जानकी भारत की एक बेटी है’ वाले संवाद के आपत्तिजनक हिस्से को तीन दिन के भीतर हटाने के लिए पहले ही नोटिस जारी कर दिया है।”

उनके इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रिया आई। कई यूजर्स ने इस फैसले का स्वागत किया। लेकिन कुछ ने विरोध भी। हालाँकि काठमांडू के महापौर बालेंद्र शाह ने रविवार को आदेश के साथ कहा कि शहर में किसी भी हिंदी फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति तब तक नहीं दी जाएगी, जब तक कि ‘आदिपुरुष’ में ‘जानकी भारत की एक बेटी है’ संवाद को न केवल नेपाल में बल्कि भारत में भी हटा दिया जाता है।

इसके बाद खबरें आई कि इस फिल्म को पोखरा में भी बैन कर दिया गया। पोखरा के महापौर धनराज आचार्य ने कहा कि सोमवार से ‘आदिपुरुष’ के प्रदर्शन पर रोक लगा दी जाएगी।

बता दें कि एक ओर जहाँ आदिपुरुष को लेकर देश-विदेश में विवाद बढ़ता देख लेखक-निर्माता द्वारा कहा गया कि फिल्म के कुछ संवादों को संशोधित किया जाएगा और फिल्म इस हफ्ते नए बदलावों के साथ रिलीज हो जाएगी, वहीं नेपाल के काठमांडू और पोखारा ने बदलाव होने तक इस फिल्म को बैन किए रखने का फैसला लिया है। काठमांडू मेट्रोपॉलिटियन सिटी के पुलिस प्रमुख राजू पांडे ने जानकारी दी है कि मेयर के निर्देशानुसार रविवार को सभी सिनेमाघरों कर निरीक्षण किया गया और वहाँ हिंदी फिल्मों की बजाय नेपाली और अंग्रेजी फिल्म चलाई गई।

गौरतलब है कि माता सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में नेपाल के लोगों का मानना है कि उनका जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था। इसी कारण से फिल्म के संवाद को लेकर वहाँ बवाल है। जबकि भारत में बवाल इसलिए है क्योंकि भारतीय लोगों को आदिपुरुष में दिखाए गए चित्रण नहीं भा रहे, उसमें लिखे गए डॉयलॉग उन्हें पसंद नहीं आ रहे। फिल्ममेकर्स ने कहा भी है कि वो एक हफ्ते में इसके डॉयलॉग बदल देंगे।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

आतंकवादियों को पनाह, खराब कानून-व्यवस्था और फर्जी ‘छात्र वीजा’ उद्योग: अपनी गलती छिपाने के लिए कनाडा की ट्रूडो सरकार भारत पर मढ़ रही आरोप

हकीकत ये है कि ट्रूडो सरकार अब खुलकर खालिस्तानी आतंकवादियों का समर्थन कर रही है, उन्हें बचा रही है और भारत विरोधी कार्यक्रमों को जारी रखने की छूट दे रही है।

मेवाड़ का मैराथन: स्पार्टा के योद्धाओं वाली वीरता, महाराणा का शौर्य और युद्ध कुशलता… 36000 मुगल सैनिकों का आत्मसमर्पण, वो इतिहास जो छिपा लिया...

'बैटल ऑफ दिवेर' मुगल बादशाह के लिए करारी हार सिद्ध हुआ। कर्नल टॉड ने भी अपनी किताब में हल्दीघाटी को 'थर्मोपल्ली ऑफ मेवाड़' की संज्ञा दी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -