Friday, November 22, 2024
104 कुल लेख

ओम द्विवेदी

Writer. Part time poet and photographer.

कनक भवन: अयोध्या का वह मंदिर जो त्रेता में श्रीराम-जानकी का महल था, द्वापर में श्रीकृष्ण भी पहुँचे

अयोध्या में कई ऐसे मंदिर हैं जो भक्तों को भगवान राम और उनके रामराज्य की अनुभूति कराते हैं। इन्हीं में से एक है, कनक भवन।

विंध्याचल की माता विंध्यवासिनी: सृष्टि के आरंभ से हैं, प्रलय के बाद भी होंगी; एकमात्र पूर्ण पीठ के बारे में जानिए सब कुछ

51 शक्तिपीठों में शामिल माता विंध्यवासिनी का मंदिर एक जागृत पीठ माना जाता है। इस मंदिर से जुड़ी कई मान्यताएँ हैं जो अपने आप में अनूठी हैं।

PM मोदी के खिलाफ विदेशी मीडिया गिरोह और उसका प्रोपेगेंडा: कभी ‘डिवाइडर इन चीफ’ तो कभी Covid के ‘एकमात्र जिम्मेदार’

मीडिया गिरोह और भारत के राष्ट्रवादी लोगों का युद्ध बहुत आगे तक चलने वाला है। इस युद्ध में इतना तो निश्चित है कि मीडिया, हिंदुओं और भारत के हितों पर जोरदार प्रहार करने वाला है और उसके सामने खड़े हैं प्रधानमंत्री मोदी और उनका समर्थन करने वाले करोड़ों हिन्दू।

माता बगलामुखी का मंदिर: साधुओं की समाधि और श्मशान से घिरा, गुप्त अनुष्ठान के लिए आते हैं नेता

मध्य प्रदेश के आगर-मालवा जिले में नलखेड़ा तहसील में स्थित माता बगलामुखी का मंदिर शैव और शाक्त संप्रदाय के साधुओं और तांत्रिकों के लिए सिद्ध स्थान है।

818 मौतें और दमन का वही दौर: पाबंदी के बीच हर रात गुपचुप उतर रहे विमानों में कौन सा चीनी माल?

म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के क्या हैं मायने? क्या चीन का है हाथ? भारत पर कैसा असर? वो सब जो आप जानना चाहते हैं।

मैहर का शक्ति पीठ: मध्य भारत का ‘श्रृंगेरी मठ’, जहाँ सदियों से एक योद्धा करता आ रहा है माँ शारदे की पहली पूजा

मैहर के शारदा माता मंदिर को मध्य भारत का श्रृंगेरी मठ भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ विराजित माता शारदाम्बिका श्रृंगेरी की पूज्य देवी का ही रूप मानी जाती हैं।

तंजावुर का बृहदेश्वर मंदिर: नींव नहीं फिर भी सब कुछ भव्य-विशाल, 200 फुट की ऊँचाई और 81000 किलो का पत्थर

तमिलनाडु के तंजावुर में स्थित बृहदेश्वर मंदिर एक अद्भुत और रहस्यमयी संरचना है। चोल साम्राज्य के ‘द ग्रेट लिविंग टेंपल्स’ में से एक।

क्यों पड़ा Cyclone का नाम Tauktae, क्यों तबाही मचाने आते हैं, जमीन पर क्यों नहीं बनते? जानिए चक्रवातों से जुड़ा सब कुछ

वर्तमान में अरब सागर से उठने वाले चक्रवाती तूफान Tauktae का नाम म्याँमार द्वारा दिया गया है। Tauktae, गेको छिपकली का बर्मीज नाम है। यह छिपकली बहुत तेज आवाज करती है।