अँधेरी रात में दृश्यता न के बराबर थी। मुठभेड़ स्थल भी गाँव के बाहरी हिस्से में था जहाँ से जंगल शुरू होता था। घने पेड़ों के बीच एक घर में आतंकी छिपे हुए थे।
जैसे ही जवान उस आतंकी के पास गए उसने गोलियाँ बरसानी शुरू कर दीं। ये गोलियाँ जवानों को छूते हुए निकल गईं। गामित ने आतंकी को बहुत मौक़ा देना ठीक नहीं समझा।
ये पत्थरबाजी जाहिर दर्जी के छत से हुई है। कपड़े सिलने का काम करने वाला जाहिर सर्लाही का ही निवासी है। अन्य हमलावरों के नाम नवाजुद्दीन, जाबिर, तारिक, इमामुल और गुलाम आदि हैं।