Sunday, December 22, 2024
6 कुल लेख

Reena Singh

Advocate, Supreme Court. Specialises in Finance, Taxation & Corporate Matters. Interested in Religious & Social issues.

जातिगत आरक्षण: जरूरतमंदों को लाभ पहुँचाना उद्देश्य या फिर राजनीतिक हथियार? विभाजनकारी एजेंडे का शिकार बनने से बचना जरूरी

हमें सोचना होगा कि जातिगत आरक्षण के जरिए क्या हम वास्तव में जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं या फिर हम एक नई जातिगत विभाजन की नींव रख रहे हैं?

‘जमानत नियम है और जेल अपवाद’: न्याय की प्रतीक्षा में हैं लाखों जिंदगी, वर्षों से जेलों में बंद हैं अंडरट्रायल कैदी

भारतीय न्याय संहिता और भारतीय सुरक्षा संहिता लागू होने के बाद वर्षों से बंद अंडर ट्रायल कैदियों में उम्मीद की किरण जगी है।

हिन्दुओं के गाँव से लेकर फाइव स्टार होटल तक, समझिए कैसे जमीन हड़पता है वक्फ बोर्ड: कई मंदिरों पर भी इन्हीं का कब्जा, हिन्दुओं...

वक्फ बोर्ड जमीन एवं इमारतें हड़पने एक ऐसा तंत्र है जो कभी सरकारी इमारत, कभी किसी की निजी जमीन तो कभी हिंदुओं के पूरे गाँव पर दावा कर देता है।

हिंदुओं की आबादी 66 से घटकर 54%, मुस्लिम बढ़ गए 6 से 26%: मिलिए जनसंख्या वृद्धि दर के ‘केरल मॉडल’ से – यह लेख...

केरल में हिंदू घट रहे, मुस्लिम बढ़ते चले जा रहे। सिर्फ केरल ही नहीं, पश्चिम बंगाल में भी हिन्दुओं की जनसंख्या घटती जा रही है।

‘वन नेशन, वन इलेक्शन’: बार-बार चुनावों से अर्थव्यवस्था पर वित्तीय बोझ; जानिए क्यों जरूरी है चुनाव सुधार, लोगों को भी मिलेगी राहत

एक साथ विभिन्न चुनाव कराने से देश की अर्थव्यवस्था पर वित्तीय बोझ कम हो जाएगा। इसके साथ ही बार-बार वोटर लिस्ट अपडेट कराने से मुक्ति मिलेगी।

न एजेंडा-न चेहरा, इसलिए विपक्ष विहीन है भारत का प्रजातंत्र: भरोसे की कमी और नेतृत्व के अभाव से गहराता ही जा रहा है संकट

इतिहास सफल और असफल दोनों लोकतांत्रिक आंदोलनों के उदाहरणों से भरा पड़ा है। कमजोर देश और आज्ञाकारी सरकारें पूँजी के विस्तार के लिए उपयोगी हैं।