विचार

दरगाहों से हिंदुओं ने मोड़ा मुँह तो गैर इस्लामी हुआ ‘सिर तन से जुदा’, उस PFI की कुर्बानी भी कबूल जो भारत को मुस्लिम मुल्क बनाने का हथियार

जिस आर्थिक बहिष्कार की बात होती है, वह हिंदू आज भी नहीं कर पाए हैं। लेकिन हिंदुओं के छिटपुट प्रयासों और दगाहो-मजारों पर सन्नाटे ने इनकी छटपटाहट बढ़ा दी है।

प्रवीण नेट्टारू की हत्या से लेकर प्रोफेसर का हाथ काटने तक: PFI और शरिया कोर्ट, इस्लामीकरण के विरोधी हिंदुओं के कत्लेआम का फरमान

कर्नाटक में BJYM नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या में PFI की भूमिका सामने आ रही है। इसकी शरिया कोर्ट के आदेश पर ही प्रोफेसर का हाथ काटा गया था।

प्राणघातक ‘पड़ोसी’, जानलेवा ‘पहचान’: प्रवीण हो या कन्हैया लाल या फिर उमेश कोल्हे… हर हिंदू की हत्या में कश्मीर वाला पैटर्न

हाल की घटनाओं ने लोगों को ध्यान दिलाया है कि मुस्लिम दोस्त, पड़ोसी और सहकर्मियों ने ही हिंदुओं की हत्याओं में भूमिका अदा की है।

1000 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव परिणाम तय करने वाला अल्पसंख्यक कैसे? संविधान में सभी समान, फिर विदेशी संप्रदाय के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय क्यों?

क्या उस समुदाय को अल्पसंख्यक कह सकते हैं जो भारत के लगभग लगभग 200 लोकसभा और 1000 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव परिणाम तय करता हो?

40 में से 35 धरोहर हमारे, फिर धूर्त इतिहासकारों ने क्यों किया मुगलों का गुणगान? कुल्फी-समोसे से लेकर कुलचे तक का क्रेडिट, ‘काफिरों’ को मारने वाला अकबर ‘महान’

वामपंथी इतिहासकारों ने मुगलों के नाम पर ऐसी कहानी रची कि लगा भारत में सब कुछ मुगलों की ही देन है। अगर मुगल नहीं होते तो भारत ही नहीं होता।

पंजाब से नहीं लिया ज्ञान, आपसी खींचतान से छत्तीसगढ़-कर्नाटक कॉन्ग्रेस हलकान: दिल्ली दरबार में पहुँचे CM बघेल, सिंहदेव भी पहुँचे बिगाड़ने खेल

छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन दोनों में राज्यों में कॉन्ग्रेस के बड़े नेताओं के बीच खींचतान शुरू हो गई है।

इस नंगई से डरना नहीं है, इसको मारते रहिए भाला… ठीक वैसे ही जैसे लक्ष्य भेदते हैं नीरज चोपड़ा

नीरज चोपड़ा वाले भारत को रणवीर सिंह जैसों की जरूरत नहीं। हमारे समय, प्रेम, पैसे से बनकर बॉलीवुड के भांड हमें ही दबंगई नहीं दिखा सकते। इनकी रस्सी जल चुकी…

द्रौपदी मुर्मू की जीत तय थी, लेकिन कॉन्ग्रेस-ममता के टशन में ‘बलि का छागर’ बन गए यशवंत सिन्हा: क्रॉस वोटिंग से विपक्षी एकता की निकली हवा

राष्ट्रपति चुनावों में यशवंत सिन्हा के नाम पर बनाई गई विपक्षी दलों की एकता नजर नहीं आई और मतदान के दौरान जमकर क्रॉस वोटिंग हुआ।

राष्ट्रपति और PM के पद पर मुस्लिमों को देखना चाहते हैं ‘जय श्री राम’ से घृणा करने वाले ये लिबरल पत्रकार: जैन-पारसी अल्पसंख्यक नहीं? लोकतंत्र से नहीं चलेगा देश?

प्रीतिश नंदी का सपना है कि एक बार वो राष्ट्र का दारोमदार मुस्लिम हाथों में देखना चाहते हैं। शायद वो भूल गए हैं डॉ एपीजे अब्दुल कलाम अजाद का नाम।