विचार

पीरियड आते ही निकाह… क्या मुस्लिम लड़कियों पर भी लागू होगा शादी की न्यूनतम उम्र 21 साल करने वाला बदलाव?

वैसे तो बाल विवाह निषेध कानून हर समुदाय पर लागू है। लेकिन, विडंबना यह है कि इस्लाम को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।

आम आदमी के लिए तारीखों में उलझा न्याय, आतंकी-बलात्कारी-हत्यारे… के लिए आधी रात बैठी सुप्रीम कोर्ट: निर्भया केस की भी यही कहानी

आतंकी, बलात्कारी, हत्यारे की फाँसी रोकने के लिए ही नहीं, उद्योगपति को जमानत देने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट रात को खुली। CJI तक को जागना पड़ा।

‘जामा मस्जिद -फतेहपुरी में बैठ सकते थे 25-30 हजार मुस्लिम, हिन्दुओं के पास जगह नहीं’: काशी में साकार हुआ स्वामी श्रद्धानंद का सपना

स्वामी श्रद्धानंद ने सलाह दी थी, "प्रत्येक नगर में एक हिन्दू-राष्ट्र मंदिर की स्थापना अवश्य की जानी चाहिए जिसमें एक साथ 25,000 लोग समा सकें।"

28000 शिवालयों में पूजा, 5 लाख घरों में प्रसाद वितरण: PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट से यूँ बदल गई अवधूत की क्रीड़ास्थली, दिखेगा इतिहास

एक समय में लगभग 4000 लोग इस रोप-वे पर यात्रा कर पाएँगे। विश्व में यह सेवा अभी तक केवल बोलीविया के लाल पाज और मेक्सिको की राजधानी में ही है।

मोदी और हिंदुओं से घृणा, भारत से नफरत… CDS बिपिन रावत की मौत का ‘मजाक’ इसी मानसिकता से

सीडीएस का पद मोदी सरकार का ऐलान था तो इसका सीधा कनेक्शन 'मोदी आर्मी' से जोड़ा गया और यहीं से शुरू हुआ नफरत का सिलसिला...

‘अब मथुरा की तैयारी…’ यह आह्वान भगवान श्रीकृष्ण की चेतना को जन-जन तक पहुँचाने का सराहनीय प्रयास

तुष्टीकरण की नीति के कारण हिंदुओं के संवैधानिक अधिकारों का हनन अनुचित है और संवैधानिक रूप से इस अन्याय से मुक्ति मिलनी चाहिए।

70 साल में 160 Km और साढ़े 4 साल में 1500 Km सड़कें, बेरोजगारी दर 17 से सीधा 4 पर: यूपी में यूँ कमाल कर रहा है ‘डबल इंजन’

उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2015-16 के 43,000 रुपए की तुलना में वर्ष 2021 में आज दोगुने से भी अधिक 95,000 रुपए हो गया है।

UAE में खुले में नमाज पर ₹20000 जुर्माना: ‘द गार्डियन’ के लिए मुस्लिम पीड़ित और हिन्दू गुंडे, सड़कों को बता रहा ‘नमाज साइट्स’

90% सुन्नी मुस्लिम जनसंख्या वाले UAE में सड़क किनारे नमाज पढ़ने पर Dh 1000 (20,484 रुपए) के जुर्माने का प्रावधान है। गुरुग्राम पर हंगामा क्यों?

विनोद दुआ को कैसे याद करूँ… पाखंड हुआ नहीं जाता और गोधरा में जलाए गए रामभक्त भी याद आ रहे

इसे पाखंड कहूँ या विडंबना विनोद दुआ को उसी तरह की श्रद्धांजलि खूब पड़ रही है जो वे नहीं चाहते थे। दुखद यह है कि ऐसा उनके लिबरल-सेकुलर मित्र भी…

सियासत होय जब ‘हिंसा’ की, उद्योग-धंधा कहाँ से होय: क्या अडानी-ममता मुलाकात से ही बदल जाएगा बंगाल में निवेश का माहौल

एक उद्योगपति और मुख्यमंत्री की मुलाकात आम बात है। पर जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हों और उद्योगपति गौतम अडानी तो उसे आम कैसे कहा जा सकता?