उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो को वामपंथी और इस्लामी विचारधारा वाले हैंडलों द्वारा शेयर किया जा रहा है। इन हैंडलों द्वारा ये बताने का प्रयास किया जा रहा है कि लखनऊ नगर निगम के कर्मी स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर ड्राई फ्रूट बेचने आए कश्मीरी लोगों को परेशान कर रहे हैं।
इन तमाम X हैंडलों से यह भी बताने का प्रयास किया जा रहा है कि पुलिस ने इस दौरान कश्मीरी ड्राई फ्रूट विक्रेताओं की ना सिर्फ पिटाई की, बल्कि उनका सामान भी बिखेर दिया। मोहम्मद आसिफ खान ने अपने X हैंडल @imMAK02 से एक साथ 3 वीडियो शेयर किए।
मोहम्मद आसिफ खान ने अपने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “गरीब कश्मीरी ड्राई फ्रूट विक्रेता लखनऊ नगर निगम प्राधिकरण की टीम द्वारा प्रताड़ित किए जा रहे हैं। ये इन गरीब लोगों को क्यों परेशान कर रहे हैं?”
कथित फैक्ट चेकिंग के नाम पर अपना मज़हबी एजेंडा चलाने वाले AltNews के मोहम्मद ज़ुबैर ने भी इसी घटना का वीडियो Quote किया है। जुबैर ने उत्तर प्रदेश पुलिस को टैग कर के कश्मीर के व्यापारियों को थप्पड़ मारने का आरोप लगाया।
वहीं, किसी ने इसे कश्मीर की धारा 370 से जोड़ा तो किसी ने इसे कश्मीरियों से घृणा वाली सोच बताया। मोहम्मद उजैर खान ने तो लोगों से पीड़ा महसूस करने की भी अपील कर डाली। एक यूजर ने तो इसमें महबूबा मुफ़्ती और उमर अब्दुल्ला तक को टैग कर दिया।
लखनऊ पुलिस ने बताया सच
इस मामले में फ़ैल रही अफवाहों और भ्रामक खबरों को लेकर लखनऊ पुलिस ने अपने आधिकारिक X हैंडल से सफाई पेश की है। लखनऊ पुलिस ने बताया कि गोमती नगर थाना क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी।
DCP पूर्वी IPS आशीष श्रीवास्तव ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि घटना एक VIP मार्ग की है, जहाँ अक्सर अतिक्रमण की समस्या रहती है। यहाँ लगातार VIP मूवमेंट होता रहता है। इसीलिए समय-समय पर नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने का काम करती है, जिसमें लखनऊ पुलिस भी सहयोग करती है।
DCP ने बताया, “पिछले कुछ दिनों से कुछ लोग वहाँ ड्राई फ्रूट बेच रहे हैं। इस संबंध में नगर निगम की टीम ने पहले भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की है। पुलिस ने भी इन विक्रेताओं को समझाने की कोशिश की है। घटना के दिन 17 दिसंबर की सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उसी रास्ते से दौरा था।”
DCP श्रीवास्तव ने आगे कहा, “इस दौरे को ध्यान में रखते हुए जब नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुँची तो ड्राई फ्रूट बेचने वालों ने उनसे अभद्रता की। जब पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो अभद्रता करने वालों को थाने लाया गया, जहाँ आरोपितों का 151 (शांति भंग की धारा) में चालान किया गया।”
DCP ने बताया कि 1090 चौराहे से समतामूलक चौराहे के बीच का मार्ग VIP मूवमेंट में अक्सर प्रयोग होता है। उन्होंने अपील की है कि भविष्य में भी उस मार्ग पर अतिक्रमण न किया जाए और जब भी नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाए तो उसका हर कोई सहयोग करे।
एक ट्विटर यूजर के मुताबिक, पुलिस द्वारा टोके जाने के बाद कश्मीरी ड्राई फ्रूट विक्रेताओं ने खुद ही अपने सूखे मेवे सड़कों पर बिखरे दिए थे। हालाँकि, पुलिस के बयान से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन ने यह कार्रवाई किसी की कश्मीरी पहचान के कारण नहीं, बल्कि अवैध अतिक्रमण को लेकर है।