सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसे उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है। इस वीडियो में एक युवक द्वारा किसी महिला को पहले डाँटते, फिर पीटते हुए देखा जा सकता है। समाजवादी पार्टी से जुड़े कई नेताओं व कुछ कट्टर इस्लामी हैंडलों ने इसे UP पुलिस विरोधी रूप और रंग देने का प्रयास किया है। इन लोगों ने वीडियो में दिख रहे व्यक्ति को UP कैडर IPS अधिकारी आशीष तिवारी बताया है। ऑपइंडिया ने इस वीडियो की पड़ताल की।
समाजवादी पार्टी की सरकार में राजयमंत्री के ओहदे पर रह चुके नेता आईपी सिंह ने 21 सेकेंड लम्बे इस वीडियो को शुक्रवार (31 मई 2024) को अपने X हैंडल पर शेयर किया है। वीडियो में महिला की पिटाई के दौरान पास ही खड़ा एक अन्य व्यक्ति सब चुपचाप देखता है। सामने मौजूद कोई अन्य व्यक्ति चुपके से पूरी घटना रिकॉर्ड करता है, जो बाद में वायरल हो गई। इस वीडियो की आड़ में सपा नेता आईपी सिंह ने UP की योगी सरकार तक को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की।
IPS अफसर का एक महिला पर उसकी वर्दी का रौब
— I.P. Singh (@IPSinghSp) May 31, 2024
मोदी योगी सरकार नारी वंदन, नारी सशक्तिकरण की झूठी बातें करते हैं।
न्याय मांगने कोई इनके चौखट पर गलती से चला जाय उसे बख्शीश में 50-100 गालियां, 5-10 थप्पड़ और 10-20 लाठियों से यूपी पुलिस स्वागत करती है।
आशीष तिवारी जैसे तमाम IPS PPS… pic.twitter.com/4AWeCaxllL
आईपी सिंह की ही तरह उनकी पार्टी के यासर शाह, राघवेंद्र यादव, सत्या यादव और राहुल यादव आदि ने भी इसे IPS आशीष तिवारी से जुड़ी घटना बतानी शुरू कर दी। मामले को कथित तौर पर UP पुलिस व योगी सरकार से जुड़ने की आहट पाकर कुछ समुदाय विशेष के लोग भी सक्रिय हो गए। इनमें फिरदौस फिजा प्रमुख हैं। अपने X हैंडल से फिरदौस ने पुलिस अधिकारी पर की गई कार्रवाई का अपडेट तक पूछ डाला। खास बात यह है कि भारत के इस मसले में फिरदौस ने #Netanyahu, #Rafah और #Genocide जैसे हैशटैग लगाए।
अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है ….
— Firdaus Fiza (@fizaiq) May 28, 2024
हमारी रक्षा करने वाले लोगों का शर्मनाक व्यवहार ….
IPS अधिकारियों द्वारा महिला को थप्पड़ मारकर उसका अपमान करना अस्वीकार्य है ….!!#Netanyahu #JUNGKOOK#Panchayat #puls24 #KKRvsSRH #Genocide #ArrestExMuslimSameer #Chamchi #Rafah #Dhruv… pic.twitter.com/0aXIktgJEI
X के अलावा भी इस वीडियो को कुछ अन्य लोगों ने सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्मों पर शेयर किया है।
जानिए क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई
ऑपइंडिया ने इस वायरल वीडियो की पड़ताल की। अपनी पड़ताल के दौरान हमने पाया कि 27 मई 2024 को UP पुलिस द्वारा इस घटना पर सफाई दी गई है। पुलिस ने बताया, “यह वीडियो उत्तर प्रदेश से न होकर थाना जीरकपुर, मोहाली, पंजाब में सन् 2018 की घटना से संबंधित है।”
जब हम इस वीडियो की तह तक गए तो पता चला कि जिसे UP कैडर IPS आशीष तिवारी बताया जा रहा है, वो असल में पंजाब का AIG आशीष कपूर है।
#UPPFactCheck – यह वीडियो उत्तर प्रदेश से न होकर थाना जीरकपुर, मोहाली, पंजाब में सन् 2018 की घटना से संबंधित है।#UPPolice से संबंधित #FACTCHECK के लिए टैग करें
— UPPOLICE FACT CHECK (@UPPViralCheck) May 27, 2024
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आशीष कपूर पूर्व में 1 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के मामले में सस्पेंड भी किया जा चुका था। साल 2023 में यह वीडियो पहली बार वायरल होने के बाद आशीष कपूर पर FIR भी दर्ज कर ली गई थी। जिस महिला की पिटाई हो रही है, उसने आशीष कपूर पर केस दर्ज करवाया था। केस में उसने आशीष पर खुद से जबरन शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया था। बाद में आशीष कपूर को जेल भी काटनी पड़ी थी। साल 2022 में पंजाब कैडर अधिकारी आशीष कपूर बर्खास्त भी कर दिए गए थे।
इस पूरे मामले पर ऑपइंडिया ने आईपीएस आशीष तिवारी से बात की। आशीष तिवारी उच्च शिक्षा के लिए फिलहाल अमेरिका में हैं। उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होते ही सूचना पुलिस मुख्यालय को भेज दी गई थी, जिसका पुलिस ने खंडन भी कर दिया है।
आशीष तिवारी ने अपील भी की है कि लोग किसी भी खबर को बिना सोचे-समझे और पूरी सच्चाई जाने बिना शेयर अथवा विश्वास करने से बचें। अतः हमारी पड़ताल में यह निकल कर सामने आया कि वायरल हो रहा वीडियो UP के आईपीएस आशीष तिवारी के बजाय पंजाब कैडर के अधिकारी आशीष कपूर का है।