सलमान खुर्शीद ने दिखाई जुनैद की तस्वीर, फूट-फूट कर रोईं सोनिया गाँधी; पालतू मीडिया गिरते-पड़ते पहुँची!

प्रियंका के साथ सोनिया (साभार: Subhav Shula/PTI)

पार्टी का कामकाज ऑनलाइन देखने वाली कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी के आधिकारिक आवास 10 जनपथ में काफी गहमागहमी देखी जा रही है। शुरुआत में ऐसा लगा था कि 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कोई बैठक बुलाई है। लेकिन, अब सूत्रों के हवाले से स्पष्ट हुआ है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के एक तस्वीर लेकर 10 जनपथ पहुँचने की वजह से सारा बखेड़ा खड़ा हुआ है।

बताया जा रहा है कि आरिज खान उर्फ ​​जुनैद की तस्वीर लेकर खुर्शीद पहुँचे थे। इसे देखते ही सोनिया रोने लगी। उनके रोने की आवाज जब गोदी मीडिया के कानों तक पहुँची तो कॉन्ग्रेस नेताओं से लेकर पालतू मीडिया तक गिरते-पड़ते 10 जनपथ तक पहुँची।

जुनैद वही आतंकी है, जिसे दिल्ली की एक सत्र अदालत ने सोमवार को 2008 के बाटला हाउस एनकाउंटर से जुड़े मामले में दोषी ठहराया है। इस एनकाउंटर में इंडियन मुजाहिदीन का दो आतंकवादी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद मारे गए थे। दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा भी बलिदान हो गए थे।

मोहनचंद शर्मा वही इंस्पेक्टर हैं जिन्हें 2020 में मरणोपरांत गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया था। विपक्ष का कहना है कि अदालत ने यह कहकर ‘असहिष्णुता’ का परिचय दिया है कि जुनैद की चलाई गोली से शर्मा की जान गई थी

वहीं, खुर्शीद वह नेता हैं, जिन्होंने फरवरी 2012 में आजमगढ़ की एक रैली में ताल ठोकते हुए कहा था कि जब उन्होंने बाटला हाउस एनकाउंटर की तस्वीरें सोनिया गाँधी को दिखाई, तब उनकी आँखों में आँसू आ गए।

सूत्रों के अनुसार यही कारण है कि अदालत का फैसला आते ही आनन-फानन में खुर्शीद 10 जनपथ पहुँच गए। कॉन्ग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस फैसले को मोदी सरकार की साजिश बताते हुए कहा है कि 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों को ‘डराने’ के लिए ऐसा किया गया है। वहीं पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा है कि इससे पता चलता है कि भारत में ‘मुसलमान खतरे’ में हैं। ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्होंने पहले ही कह दिया था ‘खेला होबो’। पवार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाकर आगे की रणनीति तय करने की माँग की है।

इधर, कॉन्ग्रेस के जी-23 समूह के नेताओं ने सलमान खुर्शीद की इस कवायद की निंदा करते हुए तत्काल सांगठनिक चुनावों की माँग की है। इसके जवाब में अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें ‘मोदी का दलाल’ बताया है। सूत्र बताते हैं कि पार्टी का शीर्ष परिवार इस बात से भी नाराज है कि अदालत ने पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए जुनैद और परिवार की वित्तीय स्थिति का पता लगाने का निर्देश भी जाँच अधिकारी को दे दिया है। उनका मानना है कि ऐसा कर अदालत ने रॉबर्ट वाड्रा को अर्थव्यवस्था में योगदान करने से वंचित कर दिया है!

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प्राइम टाइम ‘प्रोपेगेंडा स्पेशलिस्ट’ रवीश कुमार ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कहा है कि वे कुछ नहीं कहना चाहते हैं, क्योंकि सर जी पहले ही कह चुके हैं- सब मिले हुए हैं। लालू यादव के पास जब यह खबर पहुँचाई गई तो उन्होंने खबरी से कहा- मार देंगे एक मुक्का त नाचे के गिर जाओगे। जाओ ओवैसिया के पास। आज हमरा तेजू सीएम होता तो ऐसा नै होता!

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