द कश्मीर फाइल्स की तारीफ करना अक्षय कुमार की मजबूरी: विवेक अग्निहोत्री ने बताया- पीठ पीछे किसी ने नहीं किया सपोर्ट

विवेक अग्निहोत्री-अक्षय कुमार (फाइल फोटो)

बॉलीवुड डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स बॉक्स’ ऑफिस पर एक बहुत बड़ी हिट साबित हुई। कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन और उन पर हुए अत्याचार पर बनी यह फिल्म रिलीज के बाद से लेकर अब तक एक हॉट टॉपिक बनी हुई है। इतना ही नहीं बॉलीवुड के अंदर चल रही गैंग को लेकर भी विवेक अग्निहोत्री ने खुलकर निशाना साधा है। 

वहीं अब विवेक अग्निहोत्री के इंटरव्यू की एक शॉर्ट क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें उन्होंने अक्षय कुमार के फिल्म को सपोर्ट करने पर अब अपना रिएक्शन दिया है। डायरेक्टर ने साफ कहा कि फिल्म की तारीफ करना अक्षय कुमार की मजबूरी थी। डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री दावा करते हैं कि कि इंडस्ट्री की तरफ से उन्हें कोई तारीफ या सपोर्ट नहीं मिला।

विवेक ने आगे कहा कि अक्षय कुमार की ‘बच्चन पांडे’ फ्लॉप हो गई थी जिसकी वजह से उन्हें मजबूरी में ‘द कश्मीर फाइल्स’ की तारीफ करनी पड़ी। विवेक अग्निहोत्री ने हाल में आरजे रौनक के साथ एक इंटरव्यू किया। इस दौरान आरजे रौनक कहते हैं, “बॉलीवुड के सारे लोगों ने आपकी फिल्म की सराहना की है।” तब विवेक अग्निहोत्री ने कहा, “जैसे… जैसे नाम बताओ।” आगे आरजे रौनक ने कहा, “अक्षय कुमार ने बोला।” विवेक जवाब देते हैं, “वो तो मजबूरी में, क्या बोलेगा आदमी जब सौ लोग सामने खड़े होके सवाल पूछेंगे कि कश्मीर फाइल्स चली आपकी फिल्म नहीं चली, मैं एक फंक्शन में था भोपाल में, तो उन्हें बोलना पड़ गया।” विवेक बताते हैं, “पीछे कोई तारीफ नहीं करता।”

बता दें कि अक्षय और विवेक रंजन अग्निहोत्री भोपाल में एक कार्यक्रम में एक साथ हिस्सा लेने पहुँचे थे। जहाँ अक्षय ने ‘कश्मीर फाइल्स’ का तारीफ करते हुए कहा था कि एक लहर बनकर आई जिसने सभी को झंझोर दिया और उनकी फिल्म को भी डुबो दिया। बता दें कि अक्षय की फिल्म ‘बच्चन पांडे’, ‘द कश्मीर फाइल्स’ के रिलीज के एक हफ्ते बाद रिलीज हुई थी, जो अपना कमाल नहीं कर पाई थी।

वहीं अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना ने तंज कसा था। उन्होंने इस तरह की फिल्म बनाने वाले फिल्म निर्माताओं को क्लर्क की संज्ञा दी थी। ट्विंकल खन्ना ने कहा था कि कश्मीर फाइल्स की सफलता के बाद फिल्म निर्माता ‘अंधेरी फाइल्स’, साउथ ‘बॉम्बे फाइल्स’ नाम पंजीकृत कराने के लिए भाग-दौड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों के नाम पहले ही रजिस्टर्ड किए जा चुके हैं। इसलिए अब छोटे-छोटे मुहल्लों का विकल्प बचा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया