Wednesday, November 6, 2024
Homeविविध विषयअन्यमिलिए मोदी-अक्षय से तारीफ़ पाने वाले फोटोशॉप आर्टिस्ट कृष्णा से जिनकी कलाकारी आपका मन...

मिलिए मोदी-अक्षय से तारीफ़ पाने वाले फोटोशॉप आर्टिस्ट कृष्णा से जिनकी कलाकारी आपका मन मोह लेगी

कृष्णा फोटोशॉप पर लोगों से हमेशा मसखरी करते हैं- खासकर नेताओं को तो वह बिलकुल नहीं बख्शते। यहाँ तक कि मोदी-शाह भी उनके फोटोशॉप के हमले से ‘महफूज’ नहीं रह पाए।

आज सुबह @atheist_krishna हैंडल से ट्वीट करने वाले कलाकार ने यह नहीं सोचा होगा कि उनका एक छोटा-सा मीम उन्हें इतना मशहूर कर देगा। प्रधानमंत्री मोदी को अक्षय कुमार द्वारा आज दिखाए गए उनके एक मीम ने उन्हें सोशल मीडिया पर आकर्षण का एक केंद्र बना दिया है।

अभिनेता अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी का गैर-राजनीतिक साक्षात्कार लेते हुए उनसे पूछा था कि क्या वह सोशल मीडिया पर आम लोगों की भाँति ही मीम वगैरह देखते हैं। साथ ही अक्षय ने उन्हें उनपर ही बने हुए कुछ मीम भी दिखाए। उन्हीं में से एक फोटोशॉप की मदद से बना मीम कृष्णा का भी था।

बधाईयों का लगा ताँता

मोदी उन सभी मीम्स पर हँसे भी, और बनाने वालों की रचनात्मकता को सराहा भी। कृष्णा का जनवरी का यह मीम उस समय भी बहुत वाइरल हुआ था, और अभी भी उसे पसंद करने वालों ने मोदी-अक्षय का साक्षात्कार देखने के बाद कृष्णा को ट्विटर पर बधाईयाँ देनी शुरू कर दीं।

कृष्णा ने भी अपनी रचनात्मकता प्रधानमंत्री तक पहुँचाने के लिए अक्षय कुमार को धन्यवाद दिया।

जल्दी ही अक्षय कुमार ने कृष्णा को व्यक्तिगत तौर पर सम्बोधित करते हुए एक वीडियो सन्देश ट्वीट किया, और उन्हें प्रोत्साहित किया। अक्षय ने बताया कि उनके (अक्षय के) कुछ मित्र कृष्णा की फोटोशॉप सिद्धहस्तता को जानते हैं और उन दोस्तों ने ही अक्षय को कृष्णा के काम के बारे में बताया। उन्होंने यह भी बताया कि उनके दोस्तों ने उन्हें कृष्णा के लोगों को फोटोशॉप के जरिए हँसाने के प्रयासों के बारे में भी बताया है।

लोग करते रहते हैं कृष्णा से अपनी फोटो फोटोशॉप करने की फरमाइश

कृष्णा से ट्विटर पर अक्सर लोग अपनी फोटो में फोटोशॉप के जरिए कुछ-कुछ बदलाव करने की गुज़ारिश करते रहे हैं, और कृष्णा भी उनकी फरमाइशें पूरी करने की कोशिश करते हैं।

इस आखिरी ट्वीट से हमें कृष्णा की परिपक्वता और विवेक की भी झलक मिलती है।

नेताओं की अक्सर फोटोशॉप बनाते रहते हैं कृष्णा

कृष्णा फोटोशॉप पर लोगों से हमेशा मसखरी करते हैं- खासकर नेताओं को तो वह बिलकुल नहीं बख्शते। यहाँ तक कि मोदी-शाह भी उनके फोटोशॉप के हमले से ‘महफूज’ नहीं रह पाए।

बाकी नेताओं के भी कृष्णा अक्सर मजे लेते रहते हैं।

ऑपइंडिया से की बात

ऑपइंडिया ने कृष्णा से जब बात की तो उन्होंने बताया कि कृष्णा उनका सचमुच का नाम है। हालाँकि वह एक हिन्दू परिवार से आते हैं पर वह व्यक्तिगत तौर पर अनीश्वरवादी हैं। पर वह किसी भी मज़हब या आस्था का मजाक नहीं बनाते। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें अपना मीम प्रधानमंत्री को दिखाए जाने की जानकारी ट्विटर से ही मिली। उन्होंने ऑपइंडिया सीईओ राहुल रोशन का ट्वीट पढ़ा, जिसमें उन्होंने लिखा था:

कृष्णा बताते हैं कि किसी सेलेब्रिटी से यह उनकी पहली ‘मुलाकात’ थी और न ही मोदी और न अक्षय उन्हें ट्विटर पर फॉलो करते हैं। “बल्कि मेरे दोस्त तो अक्सर मेरी तफ़री लेते हुए कहते हैं कि मैं चाहे जो कर लूँ। मोदी जी मुझे फॉलो नहीं करने वाले!”


जब ऑपइंडिया ने कृष्णा से निवेदन किया कि वे हमारे इस लेख के लिए कुछ विशिष्ट करें तो उन्होंने यह किया

अपनी फोटोशॉप यात्रा के बारे में विशाखापत्तनम और हैदराबाद में रहने वाले कृष्णा बताते हैं कि उनका फोटोशॉप से पहला सामना 2012 में तब हुआ जब उनके पिता ने उन्हें नया लैपटॉप दिया जिसमें फोटोशॉप पहले से मौजूद था। कृष्णा ने पहले शुरू में लोगों के चेहरे बदलने जैसे छोटे-मोटे प्रयास किए पर असफल रहे। “फिर मैंने यूट्यूब पर एक फोटोशॉप सिखाने वाला के ट्यूटोरियल वीडियो देखा और उसमें बताई गई चीजें करने की कोशिश की। उनमें सफल रहने से मेरी यात्रा शुरू हुई।” वह आगे बताते हैं कि कैसे उन्होंने एक बार ट्विटर पर James Fridman @fjamie013 का मज़ाकिया फोटोशॉप कार्य देखा, और उनके मन में इसे भारतीय परिप्रेक्ष्य में करने का ख्याल आया।

वह यह भी बताते हैं कि उन्हें बहुत सारे लोगों के फोटोशॉप करने के निवेदन आते रहते हैं पर वह सबकी इच्छाएँ या निवेदन पूरे नहीं कर पाते क्योंकि वह प्रोफेशनल स्तर के कलाकार नहीं हैं। उन्हें कॉर्पोरेट से भी उनके लोगो बनाने के प्रस्ताव आते हैं पर वह उन सभी को मना कर देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वह इन कार्यों से न्याय नहीं कर पाएँगे।

इतने लोगों का स्नेह पाने के साथ-साथ कृष्णा को ट्विटर पर कुछ लोगों की घृणा का भी शिकार होना पड़ा है। अपने ऑफिस के लेटरहेड से निजी पत्र भेजने के आरोप में खुद निलंबित चल रहे अधिकारी आशीष जोशी ने हाल ही में उनके एक ऐसे मीम पर बतंगड़ बनाना शुरू कर दिया जो साफ़ तौर पर व्यंग्य था। कृष्णा ने बालाकोट की एयर स्ट्राइक के बाद विपक्ष में लगी सबूत माँगने की होड़ पर तंज कसता हुआ एक मीम बनाया था:

अपने होशोहवास में बैठे किसी भी इन्सान को पहली नजर में ही समझ में आ जाएगा कि यह एक व्यंगात्मक फोटोशोप मीम है, कोई भ्रामक फेक न्यूज़ नहीं। पर आशीष जोशी ने पता नहीं किस मानसिक हालत में कृष्णा को पुलिस की धमकी देनी शुरू कर दी।

अक्षय कुमार द्वारा कृष्णा को बधाई देने पर भी आशीष जोशी ने अपना अलग ही प्रलाप करते हुए कृष्णा को आतंकवादी कहना शुरू कर दिया।

इन विवादों के बारे में कृष्णा कहते हैं कि दक्षिणपंथी ही नहीं, कई वामपंथी भी उनके ह्यूमर का लुत्फ़ उठाते रहते हैं और जानते हैं कि वो यह सब मजे-मजे में करते हैं, दुर्भावना से नहीं। किसी को उनका काम नहीं भी पसंद आता तो अमूमन उन्हें बुरा-भला कहकर आगे बढ़ जाता है। इससे पहले कभी पुलिस की धमकी किसी ने नहीं दी।

ऑपइंडिया आशीष जोशी को जरा ठन्डे दिमाग से काम लेने की सलाह देता है। उन्हें अपने निलंबन का समय किसी उपयोगी कार्य में व्यतीत करना चाहिए।

रही बात कृष्णा की तो हम उन्हें मिल रहे सेलेब्रिटी स्टेटस को भरपूर एन्जॉय करने के लिए और उज्जवल भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस ईमान खलीफ का मुक्का खाकर रोने लगी थी महिला बॉक्सर, वह मेडिकल जाँच में निकली ‘मर्द’: मानने को तैयार नहीं थी ओलंपिक कमेटी,...

पेरिस ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी में ईमान ने गोल्ड जीता था। लोगों ने तब भी उनके जेंडर पर सवाल उठाया था और अब तो मेडिकल रिपोर्ट ही लीक होने की बात सामने आ रही है।

दिल्ली के सिंहासन पर बैठे अंतिम हिंदू सम्राट, जिन्होंने गोहत्या पर लगा दिया था प्रतिबंध: सरकारी कागजों में जहाँ उनका समाधि-स्थल, वहाँ दरगाह का...

एक सामान्य परिवार में जन्मे हेमू उर्फ हेमचंद्र ने हुमायूँ को हराकर दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा कर लिया। हालाँकि, वह 29 दिन ही शासन कर सके।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -