झारखंड के हजारीबाग जिले के बहेरा गाँव से ग्रूमिंग जिहाद (लव जिहाद) का मामला उजागर हुआ है। वहाँ एक दलित विधवा के साथ एक मुस्लिम युवक ने अपना नाम अर्जुन बताकर शारीरिक संबंध बनाए। जब महिला ने शादी की बात कही तो उसने अपनी सच्चाई उगली और शर्त रखी कि अगर महिला को उससे शादी करनी है तो धर्म परिवर्तन करना होगा। युवक का असली नाम मोहम्मद रहीम है।
महिला की शिकायत पर पुलिस ने मोहम्मद रहीम के ख़िलाफ मुकदमा दायर कर लिया है। पुलिस ने पड़ताल में पाया है कि युवक बिहार के मुजफ्फरपुर जिला का निवासी है। बहेरा गाँव की महिला ने जब थाने में आवेदन किया तो उसने पुलिस को बताया कि रहीम अपना नाम अर्जुन बताकर उसके संपर्क में आया था। कई बार दोनों में कहा सुनी हुई लेकिन रहीम उससे बात करता रहा।
महिला ने उसे कई बार बात करने से भी मना किया लेकिन अर्जुन बनकर रहीम ने उसे शादी का लालच दिया। देखते ही देखते विधवा उसके झाँसे में फँस गई।
महिला के मुताबिक, बीते 15 नवंबर को रहीम उसके घर पहुँचा और लगातार 5 दिन तक उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। 20 नवंबर को जब शादी की कोई बात किए बिना वह उसके घर से जाने लगा तो पीड़िता ने उस पर दबाव बनाया। उसकी बात सुनकर रहीम ने अपनी सच्चाई बताई।
उसने कहा कि अगर महिला को उससे शादी करनी है तो पहले इस्लाम कबूल करना होगा। उसने अपना नाम रहीम बताते हुए कहा कि वह मुस्लिम है, इसलिए जब तक वह इस्लाम नहीं कबूलेगी, वह उससे शादी नहीं करेगा।
युवक की बात सुनते ही महिला ने शोर मचाया तथा ग्रामीणों की मदद से रहीम को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया गया। महिला ने भी बाद में थाने में अपना बयान देते हुए बताया कि रहीम उसे दो महीने से कॉल कर-कर के तंग करता था। बात करने से मना करने पर वह शादी का प्रलोभन देता था।
गौरतलब हो कि इससे पहले मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में ग्रूमिंग जिहाद (लव जिहाद) का केस सामने आया था। वहाँ पीड़िता ने सोशल मीडिया पर मिले मकसूद के ऊपर आरोप लगाया कि उसने खुद के शादीशुदा होने की बात युवती से छिपाई और प्रेम जाल में फाँस कर उसका शारीरिक शोषण करता रहा।
इतना ही नहीं, युवती को बड़े-बड़े सपने दिखाकर मकसूद ने उस पर इस्लामी रीति रिवाज सीखने और कुरान आदि पढ़ने के लिए भी मानसिक दबाव बनाया। बाद में महिला की माँ से भी मकसूद संपर्क में आया और उससे भी बातचीत करके शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया।