उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में एक अवैध मदरसे पर बुलडोजर चलाया गया है। उस पर सरकारी जमीन पर बने होने का आरोप था। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी जमीन पर काफी समय पहले कुछ लोगों ने नमाज़ पढ़ना शुरू किया था। बाद में वहाँ मस्जिद और मदरसा बन गया था। जब DM को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने अवैध निर्माण को ध्वस्त करवाया। प्रशासन ने यह कार्रवाई शनिवार (16 जुलाई 2022) को की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मदरसा हसनपुर तहसील के जेबड़ा गाँव में बनाया गया था। अवैध निर्णाम करने वालों ने इस जगह को जानवरों को पालने के नाम पर ली थी। उन्होंने गाँव वालों को लिखित में आश्वासन दिया था कि वो उस स्थान पर जानवरों का चारा रखेंगे। बाद में वहाँ मजहबी गतिविधियाँ शुरू हुईं तो ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। अमरोहा के DM बी के त्रिपाठी के मुताबिक जगह को कब्ज़ा करने वालों को चिन्हित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन सभी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस कार्रवाई की जानकारी खुद अमरोहा के जिलाधिकारी ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है। उनके द्वारा शेयर किए गए वीडियो में मौके पर भारी पुलिस बल तैनात दिखाई दे रहा है। 2 बुलडोजर अवैध निर्माण को गिराते हुए दिखाई दे रहे हैं। बुलडोजरों के आगे टूटी ईंटों का मलबानुमा ढेर लगा भी दिख रहा है।
जनपद अमरोहा में अवैध मदरसे के निर्माण पर चला बुल्डोजर@myogiadityanath @ChiefSecyUP @UPGovt @dmamroha pic.twitter.com/c8TBYA3Q9Z
— DM Amroha (@dmamroha) July 16, 2022
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक अमरोहा मदरसा बोर्ड जिले के उन मदरसों की जाँच करवा रहा है जो आधुनिकीकरण योजना का लाभ ले रहे थे। अब तक कुल 208 मदरसे जाँच के दायरे में बताए जा रहे हैं। ये मदरसे जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्रों में हैं। SDM सुधीर कुमार के मुताबिक कार्रवाई गाँव वालों की शिकायत पर हुई है।
बताया जा रहा है कि मदरसा प्रबंधक ने बाद में गाँव वालों की आपत्ति को ही दरकिनार कर दिया था। कुछ समय बड़ा वहाँ पर जुमे की नमाज़ में तनाव फैलने लगा था। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मदरसे के मैनेजर ने प्रशासन को बताया कि मदरसा सरकारी नहीं बल्कि उनके पुरखों की जमीन पर बना हुआ है। हालाँकि जाँच के दौरान उसका दावा गलत साबित हुआ।