देश में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या से चिंतित केन्द्र सरकार ने एक बार फिर पूरे देश में जारी लॉकडाउन को 30 जून तक के लिए बढ़ा दिया, लेकिन इस बार 8 जून से कंटेनमेंट जोन के बाहर प्रतिबंधित एरिया को चरणों के हिसाब से खोला जाएगा। यह पाँचवाँ मौका है कि जब केन्द्र सरकार की ओर से लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया गया है।
https://twitter.com/ShivAroor/status/1266721505372631041?ref_src=twsrc%5Etfwगृह मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक कंटेनमेंट जोन के बाहर वो सभी गतिविधियाँ फिर से शुरू हो सकेंगी जिन पर अब तक पाबंदी लगी थी, लेकिन ऐसा चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। गाइडलाइंस के मुताबिक, लॉकडाउन तीन फेज में खुलेगा।
सरकार ने पहले फेज के तहत 8 जून से धार्मिक स्थल, होटल, सैलून, रेस्टोरेंट खोलने की इजाजत दे दी है। हालाँकि, सरकार ने शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी है।
दूसरे फेज के तहत स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला केंद्र ने राज्यों पर छोड़ दिया है। जुलाई में राज्य इस पर फैसला लेंगे। वहीं देशभर में रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा, लेकिन लोग एक राज्य से दूसरे राज्य जा सकेंगे। इस दौरान लोगों को अब पास दिखाने की भी जरूरत नहीं होगी।
दूसरी ओर फिलहाल, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, मेट्रो रेल का संचालन, सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल, थिएटर, बार और ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल पूरी तरह से बंद रहेंगे। आशंका जताई जा रही है कि सरकार तीसरे चरण में इस पर फैसला ले सकती है।
एक बार फिर 65 साल से ज्यादा के लोग, गर्भवती महिलाएँ, पहले से बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति और 10 साल से छोटे बच्चों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरे देश में 25 मार्च से लॉकडाउन का दौर जारी है। लॉकडाउन 4.0 की अवधि 31 मई को खत्म हो रही थी, लेकिन देश में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया है।
गौरतलब है कि देश में कोरोना के मरीजों की संख्या अब तेजी से बढ़ती चली जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार (30 मई, 2020) सुबह तक देश में अब तक कुल कोरोना के 1,73,763 मरीज सामने आ चुके हैं, जबकि 4971 लोगों की मौत हो चुकी है।
इतना ही नहीं पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा नए केस और सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। पिछले 24 घंटे में 7964 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 265 लोगों की मौत हो चुकी है।