बिहार के गया जिले में तीन दलित युवकों के साथ बदसलूकी की घटना प्रकाश में आई है। पुलिस का कहना है कि एक ग्राम पंचायत में तीन दलित लड़कों पर बैटरी चोरी के इल्जाम में, उनके कपड़े उतार कर उन्हें मारा गया और पूरे गाँव भर में उनकी परेड करवाई गई।
हिंदुस्तान टाइम्स में 18 मई को प्रकाशित अविनाश कुमार की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कहा कि रविवार (अप्रैल 16, 2021) को इस संबंध में वीडियो वायरल हुई थी। कथिततौर पर इसमें नजर आया था कि लड़कों से जबरदस्ती उठक बैठक करवाई गई, उनसे गाँव का गोल चक्कर लगवाया गया।
इस दौरान बाकी लोग सिर्फ मोबाइल पर उनकी फिल्म बनाते रहे। कोई उनकी मदद को आगे नहीं आया। बात बढ़ने पर शनिवार को इस संबंध में गाँव में तनाव का माहौल रहा। हालाँकि बाद में दोनों समुदायों के नेताओं से बात करके स्थित कंट्रोल कर ली गई।
https://twitter.com/htTweets/status/1394526548007342080?ref_src=twsrc%5Etfwगया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि घटना की जाँच के लिए पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है। इसके अलावा इस मामले में दुकान के मालिक मोहम्मद शेरू आलम, मोहम्मद ज़िन्नत, मोहम्मद तेज़ू, अमरजीत सिंह, मोहम्मद नासिर और मोहम्मद अख्तर को गिरफ्तार किया गया है। इनके ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 341, 342, 323, 504,506, 34 के अलावा आईटी एक्ट, एससी एसटी एक्ट, पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
गौरतलब है कि चोरी के इल्जाम में दलितों के साथ बर्बरता की एक तस्वीर पिछले साल राजस्थान से भी सामने आई थी। नागौर में 2 दलित भाइयों के साथ बर्बतापूर्ण तरीके से मारपीट करके उन्हें तड़पाने के लिए उनके प्राइवेट पार्ट्स में पेट्रोल डालकर स्क्रू ड्राइवर घुसाया गया था।
दोनों भाई बाइक सर्विसिंग करवाने गए थे। लेकिन वहाँ उन पर चोरी का इल्जाम लगाते हुए उनसे मारपीट की जाने लगी। इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। वीडियो में दिखा था कि उन्हें कितनी बुरी तरह मारा गया और पीटने के बाद जान से मारने की धमकी भी दी गई।