दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक में एक और बच्चे की डेक्सट्रोमेथोर्फ़न सिरप से बिगड़ी तबियत, भड़के परिजन: पहले भी 3 बच्चों की हुई थी मौत और 13 बीमार

मोहल्ला क्लीनिक (साभार: सिटी स्पाईडे)

दिल्ली (Delhi) में अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) सरकार द्वारा शुरू की गई मोहल्ला क्लीनिक (Mohalla clinic) एक बार फिर से विवादों में है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डेक्सट्रोमेथोर्फ़न सिरप दिए जाने के बाद एक बच्चे की तबियत खराब हो गई, जिस कारण से लोगों में आक्रोश है।

घटना गुरुवार (6 जनवरी 2022) की है। जब मोहल्ला क्लीनिक में बच्चे को दी गई दवा के सेवन से उसकी तबियत बिगड़ गई। इसके बाद उसे इलाज के लिए तुरंत कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल ले जाया गया। हालाँकि, साँस लेने में दिक्कत महसूस होने के बाद उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।

फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर बताई जा रही है। घटना के बाद अब स्थानीय लोगों ने मोहल्ला क्लीनिक के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया, जिसने बच्चे को डेक्सट्रोमेथोर्फ़न सिरप दिया था, जिसके कारण उसे साँस लेने में दिक्कते होने लगी और उसकी जान पर बन आई।

कफ सिरप से हो चुकी है 3 बच्चों की मौत

केजरीवाल सरकार की मोहल्ला क्लीनिक योजना इससे पहले भी घातक इलाज के कारण विवादों में रही है। ऐसी ही एक घटना दिसंबर 2021 में भी हुई थी। मोहल्ला क्लिनिक से मिले एक कफ़ सिरप के साइड इफेक्ट की वजह से 16 बच्चे बीमार हुए और इनमें से 3 बच्चों की मौत हो गई थी। इन सभी को दिल्ली के कलावती शरण अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस मामले की जाँच रिपोर्ट में डेक्सट्रोमेथोर्फ़न (Dextromethorphan) कफ सिरप का नाम सामने आया था।

इस मामले में केंद्र सरकार की जाँच से पता चला था कि बच्चों के लिए घातक दवा की खुराक केजरीवाल सरकार के मोहल्ला क्लीनिक से दिया गया था।

जाँच रिपोर्ट आने के बाद केंद्र सरकार के डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज (DGHS) ने दिल्ली सरकार के डीजीएचएस को निर्देश दिया था कि वह सभी मोहल्ला क्लीनिक और डिस्पेंसरी को नोटिस जारी कर बताए कि चार साल से कम उम्र के बच्चों को डेक्सट्रोमेथोर्फ़न सिरप प्रिसक्राइब नहीं करे। दवा के साइड इफ़ेक्ट को देखते हुए इसे वापस लेने के आदेश भी दिए गए थे। बता दें कि इस दवा का निर्माण ओमेगा फार्मास्युटिकल ने किया है।

एक वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ ने कहा था, “यह दवा कफ के लिए बनाई गई है। इसका साइड इफेक्ट बेहोशी के रूप में सामने आ रहा है। यह साइड इफेक्ट कई बच्चों में गंभीर नहीं पाया गया। संभव यह भी है कि दवा दूषित रही हो। कोई और कारण भी हो सकता है। इस पर गहन जाँच और उचित कार्रवाई की जरूरत है।”

केजरीवाल सरकार का हेल्थ मॉडल है मोहल्ला क्लीनिक

गौरतलब है कि दिल्ली की सत्ता पर आसीन होने के बाद केजरीवाल सरकार ने प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए प्रमुख हेल्थ मॉडल के रूप में मोहल्ला क्लीनिक को लॉन्च किया था। एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली में एक समय में 500 से ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक थे। एक मोहल्ला क्लिनिक में एक डॉक्टर, एक दाई व नर्स होते थे। यहाँ मरीजों का निःशुल्क दवाएँ दी जाती हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया