गोरखपुर में नौकरी और नकदी का लालच देकर हिंदुओं को ईसाई बनाने की साजिश रचने वाले दो आरोपितों को पकड़ा गया है। पिपराइच पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहाँ से उन्हें सोमवार (11 अप्रैल, 2022) को जेल भेज दिया गया है। दोनों आरोपितों में एक जम्मू कश्मीर तो दूसरा पठानकोट का रहने वाला है। मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि धर्मान्तरण के काम में लगे हुए दोनों आरोपित पास्टरों (प्रोटेस्टेंट चर्च से जुड़े प्रचारक) को पिछले तीन महीने से यहाँ रह रहे थे और लोगों को ईसाई बनाने के प्रयास कर रहे थे।
गोरखपुर पुलिस ने पिपराइच के निवासी संजय मौर्या के तहरीर पर दोनों के खिलाफ धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया है। वहीं मुखबिर से सूचना के आधार पर, रविवार (10 अप्रैल, 2022) को पिपराइच पुलिस ने धर्मान्तरण गैंग के दोनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया था और पूछताछ में ईसाई धर्मांतरण का मामला सही पाने पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, ईसाई धर्मान्तरण में लगे, खुद को ईसाई धर्म का पास्टर बता रहे हैं। कहा जा रहा है कि दोनों आरोपित कुछ साल पहले खुद भी हिन्दू थे। वहीं दोनों की पहचान जम्मू-कश्मीर के जानेपुर निवासी केशव सिंह जनवाल पुत्र गोवर्धन सिंह और पठानकोट निवासी ओंकार के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक, दोनों युवक जनवरी से चिलबिलवा गाँव निवासी सीमा के घर रह रहे थे। दोनों गाँव के लोगों को मिशनरी स्कूलों में दाखिला दिलाकर निशुल्क अच्छी शिक्षा, रोजगार देने, रुपए देने का लालच देकर हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में परिवर्तन कराने का दबाव बना रहे थे। कहा जा रहा है कि जिस सीमा के यहाँ ये दोनों रह रहे थे उन्हें भी इन लोगों ने ईसाई धर्म में परिवर्तित होने के लिए तैयार भी कर लिया था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एसओ पिपराइच मधुम मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि दो साल पहले तक दोनों खुद हिंदू थे। लेकिन बाद में ईसाई धर्म से प्रभावित होकर कनर्वट हो गए। अब वे दोनों अपने धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं और यूपी के अलग-अलग जिलों में जाकर गरीब लोगों को तरह तरह का लालच देकर ईसाई बनने के लिए उकसा रहे हैं। इसी सिलसिले में जम्मू का केशव सिंह जनवाल 18 जनवरी 2022 को गोरखपुर आया तो पठानकोट का ओंकार 7 अप्रैल 2022 को आया था।
बता दें कि पुलिस ने मीडिया को यह भी बताया कि दोनों ने दो साल में अलग-अलग जगहों के करीब 25 लोगों का ईसाई बना दिया है। गोरखपुर में भी ये इसी प्रयास में थे लेकिन इनके मंसूबे फेल हो गए और दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।