‘मास्क नहीं, मेरे ताबीज लो… कोरोना से बच जाओगे’ – UP पुलिस ने अहमद को दबोचा, खुद को बताता था ‘कोरोना वाला बाबा’

'कोरोना वाले बाबा' अहमद सिद्दीकी गिरफ़्तार

जहाँ एक तरफ सरकार लगातार सोशल मीडिया से लेकर हॉस्पिटलों के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय बताने में लगी हुई है, दूसरी तरह कुछ मुल्ला-फ़क़ीर इसे लेकर न सिर्फ़ अन्धविश्वास फैला रहे हैं बल्कि मोटी कमाई भी कर रहे हैं। इसी तरह के फ़क़ीर को दबोचने में यूपी पुलिस ने सफलता पाई है, जो लखनऊ के डालीगंज क्षेत्र में दुकान लगाए हुआ था। वो खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण से हुई बीमारी को ठीक करने का दावा कर रहा था।

गिरफ़्तार अहमद सिद्दीकी ख़ुद को ‘कोरोना वाले बाबा’ बताता था और साथ ही दावा करता था कि वो ताबीज से उन लोगों को कोरोना वायरस से बचाने का माध्यम दे सकता है, जिन्होंने मास्क नहीं पहना हो। उसके दावे मेडिकल की दुनिया और वैज्ञानिक तर्कों को हवा-हवाई बताते करते हुए अन्धविश्वास फैला रहे थे, इसीलिए पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में अहमद को धर-दबोचा। लखनऊ के चीफ मेडिकल ऑफिसर ने इस बाबत पुलिस को सूचित किया था। नीचे संलग्न किए गए वीडियो में आप उस कोरोना वाले फ़क़ीर को देख सकते हैं:

https://twitter.com/ThePoojaSingh1/status/1239077705250795520?ref_src=twsrc%5Etfw

एडिशनल पुलिस कमिश्नर विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि उक्त फ़क़ीर निर्दोष लोगों को कोरोना वायरस ठीक करने के नाम पर बेवक़ूफ़ बना रहा था। उसने बड़ा सा बैनर भी लगवाया था, जिसमें लिखा था कि वो ‘सिद्ध किए हुए ताबीज’ देता है, जिससे कोरोना वायरस से हुआ संक्रमण ख़त्म हो जाएगा। उसने लिखा था कि जो लोग मास्क नहीं ले सकते हैं, वो सिर्फ़ 11 रुपए में उसकी ताबीज को लेकर कोरोना वायरस से बचाव कर सकते हैं। देखिए ‘कोरोना वाले बाबा’ का पोस्टर:

‘कोरोना वाले बाबा’ फ़क़ीर अहमद सिद्दीकी ने लगवाया था ये बैनर

अहमद सिद्दीकी को शनिवार (मार्च 14, 2020) को गिरफ़्तार किया गया। वजीरगंज पुलिस दोपहर के 11 बजे उसकी उसकी तलाश करते हुए पहुँची। उसने 10 बजे से 2 बजे तक मिलने का समय रखा हुआ था। पुलिस ऐसे ही दूसरे अन्धविश्वास फैलाने वाले फकीरों की तलाश में भी लगी हुई है, जो इस तरह के दावे करते हैं। लखनऊ में अब तक 2 लोगों के इस वायरस से संक्रमित होने की सूचना है। 11 लोगों को आइसोलेशन सेंटर में डाला गया है, जिनके जाँच रिपोर्ट आने का इन्तजार है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया