हिंदूवादी संगठनों ने बल्लभगढ़ में तोड़ दी वह मजार, जहाँ टॉयलेट में लगी थी देवी-देवताओं की तस्वीर: सेक्स और वशीकरण की दवाई भी मिली थी

बल्लभगढ़ की मजार को हिंदूवादी संगठनों ने तोड़ा

फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में जिस अवैध मजार से सेक्स और स्त्रियों को वश में करने सहित कई तरह की दवाएँ मिली थीं, उसे मंगलवार (23 नवंबर 2021) की रात को तोड़ दिया गया है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, बल्लभगढ़ पंचायत भवन की जमीन पर बनाई गई मजार को हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रात को तहस-नहस कर दिया था। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन ने थाना शहर प्रभारी सतीश कुमार को तत्काल प्रभाव से बदल कर उनके स्थान पर सत्यभान को नया थाना प्रभारी बना दिया है। बताया जा रहा है कि मजार टूटने के बाद शहर में काफी तनाव की स्थिति हैl पुलिस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है।

स्थानीय लोगों को मंगलवार दोपहर को शिकायत मिली थी कि मजार के टॉयलेट में हिन्दू-देवी देवताओं की तस्वीरें लगी हैं। जब लोग वहाँ पहुँचे तो उन्हें वहाँ से नशीली सेक्सवर्धक दवाओं के साथ, इस्लामी किताबें और कई आपत्तिजनक वस्तुएँ बरामद हुईं। जिससे लोग उस अवैध मजार को हटाने के लिए धरना-प्रदर्शन करने लगे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया था।

विरोध प्रदर्शन के दौरान वहाँ इकट्ठे हुए लोगों ने रिपोर्टर को बताया था कि मजार के मौलवी का नाम अब्दुल गफ्फार है, जो हिन्दू महिलाओं को बहकाने के लिए अपना नाम बबली बताता है। बल्लभगढ़ के इस मजार के बाहर जो बोर्ड लगा था, उस पर ‘बाबा भूरेशाह की दरगाह’ लिखा था।

बता दें कि हिन्दू संगठनों के विरोध को देखते हुए फरीदाबाद पुलिस मजार के अंदर मौजूद मौलवी को अपने साथ ले गई थी। हिन्दू संगठनों ने प्रशासन से माँग की थी कि जल्द से जल्द इस अवैध मजार को तोड़कर वहाँ एक मंदिर बनाया जाए। वहीं, फरीदाबाद पुलिस उपायुक्त जयबीर राठी ने जाँच की रिपोर्ट आने के बाद मौलाना के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था और इस मामले में राजस्व रिकार्ड खंगालने का भरोसा दिलाया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया