कर्नाटक में 2 अलग-अलग जिलों में सरकारी स्कूलों के अंदर स्थापित सरस्वती की प्रतिमाओं को नुकसान पहुँचाने की खबर है। पहले मामले में बेलगावी जिले के चिक्कोड़ी इलाके में कुछ अज्ञात लोगों ने प्राइमरी स्तर के सरकारी स्कूल के अंदर स्थापित सरस्वती प्रतिमा को तोड़ दिया है। वहीं शिवमोगा जिले में भी इसी प्रकार की हरकत को अंजाम दिया गया है। इन इन दोनों मामलों की पुलिस में शिकायत की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिक्कोड़ी जिले की घटना में वायरल हो रही तस्वीरों में क्षतिग्रस्त मूर्ति को देखा जा सकता है। मार्बल की 4 भुजाओं वाली मूर्ति में से 2 हाथ तोड़ कर अलग कर दिए गए हैं। मूर्ति के हाथ में रखी वीणा को भी तोड़ डाला गया है। क्षतिग्रस्त मूर्ति के टुकड़े आस-पास बिखरे दिखाई दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना गुरुवार (24 मार्च, 2022) शाम की है।
Tension prevails at a village in Chikkodi in #Belagavi after unidentified miscreants vandalised goddess Saraswati’ idol at a school. The statue was defaced after school hours on Friday. The residents are staging protest. pic.twitter.com/zXd9JCBFM3
— Shreyas HS (@shreyas_ToI) March 26, 2022
स्कूल चिंचणी गाँव में स्थित है। स्कूल प्रशासन को इस घटना की जानकारी अगले दिन शुक्रवार (25 मार्च) को हुई। इस घटना की शिकायत चिक्कोड़ी पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई गई है। घटना के बाद तनाव फ़ैल गया। किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस शुक्रवार को ही मौके पर पहुँच कर अपनी जाँच शुरू कर चुकी है।
शिवमोगा जिले में सरस्वती प्रतिमा के साथ गाँधी और स्वामी विवेकानंद की भी प्रतिमा क्षतिग्रस्त
वहीं कर्नाटक के ही शिवमोगा जिले में सरस्वती प्रतिमा के साथ महात्मा गाँधी और स्वामी विवेकानंद की भी प्रतिमाओं को नुकसान पहुँचाया गया है। ये घटना भी एक प्राइमरी स्तर के सरकारी स्कूल में घटी है। यह स्कूल शिवमोगा के हरोहल्ली में मौजूद है। यह स्कूल गरीब बच्चों के प्रशिक्षण का एक केंद्र भी है। स्कूल के पिछले हिस्से में भी तोड़फोड़ की गई है। इस घटना से स्थानीय ग्रामीण काफी नाराज है और उन्होंने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। स्थानीय लोगों ने घटना के पीछे अवैध शराब माफियाओं को जिम्मेदार बताया है। उनके मुताबिक, कुछ असामाजिक तत्वों ने इस घटना को शराब के नशे में अंजाम दिया है। स्कूल स्टॉफ और गाँव वालों ने इस घटना की शिकायत स्थानीय थाने में की है।
इसी शिवमोगा जिले के मंदिर कोटे मरिकम्बा जतरे के परिसर में कुछ ही दिन पहले केवल हिन्दू दुकानदारों को दुकान खोलने की अनुमति दी गई थी। संयोगवश स्कूल के अंदर सरस्वती प्रतिमाओं पर ये हमले तब हो रहे हैं जब कुछ मुस्लिम लड़कियों ने बुर्का पर स्कूल में प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उस दौरान उन प्रदर्शनकारियों ने सरकारी स्कूलों में सरस्वती पूजा पर आपत्ति जताई थी।