हैदराबाद में पुलिस टास्क फ़ोर्स ने हैदराबाद यूथ करेज (HYC) NGO के अध्यक्ष सलमान खान और सैयद अयूब, दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पीड़ित लोगों के इलाज के नाम पर लोगों से पैसे इकट्ठा करते थे और बाद में उन्हें आपस में बाँट लेते थे। इस बार उन्होंने यास्मीन नाम की एक ऐसी महिला के लिए क्राउड फंडिंग की, जिसकी अस्पताल में मौत हो चुकी थी।
पुलिस के अनुसार, 29 वर्षीय सलमान खान और 31 वर्षीय सैयद अयूब ने हैदराबाद यूथ करेज (Hyderabad Youth Courage) नाम से एक एनजीओ बनाया, जिसका प्रेसिडेंट सलमान था। दोनों आरोपित एनजीओ ‘हैदराबाद यूथ करेज’ नाम के एक फेसबुक पेज का संचालन करते थे। जहाँ वे सोशल मीडिया के द्वारा कोरोना मरीजों की दर्द भरी वीडियो दिखाकर लाखों रुपए इकट्ठे करते थे।
हाल ही में, सलमान खान ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट कर लोगों से यास्मीन सुल्ताना नाम की एक महिला के लिए क्राउड फंडिंग का अनुरोध किया था। कथित तौर पर महिला किसी पुरानी बीमारी से पीड़ित थी। वीडियो में, आरोपितों ने वीडियो में एक बैंक खाता नंबर का उल्लेख भी किया। वह बैंक खाता यास्मीन की रिश्तेदार असरा बेगम का था। उन्होंने लोगों से उसी बैंक एकाउंट में पैसे डालने की अपील की थी।
टास्क फोर्स इंस्पेक्टर एस राघवेंद्र ने बताया, क्राउड फंडिंग के जरिए तीन दिनों के अंदर ही असरा के बैंक में 46 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था। जिसमें से उसने सलमान खान के बैंक खाते में 15 लाख रुपए और सैयद अयूब के एक रिश्तेदार रूसेड के खाते में 15 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे। इसके साथ ही उसने बाकी बचे रुपए को अपने पास रख लिया था।
चंद्रायंगुट्टा पुलिस ने दान देने वाले की तहरीर पर हाल ही में सलमान और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। बुधवार (जुलाई 29, 2020) को पुलिस ने सलमान और सैयद अयूब को हुमायूँ नगर से गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से तीन सेलफोन जब्त किए। असरा बेगम फिलहाल फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
बता दें कि इन लोगों ने जिस यास्मीन बेगम के नाम पर पैसे इक्कट्ठा किए थे, उसके इलाज के लिए भी इन्होंने मात्र 70,000 रुपए अस्पताल में जमा किए थे। जबकि, उसके इलाज और दवाई का खर्चा उससे ज्यादा था। सही इलाज न मिलने की वजह से यास्मीन बेगम की अस्पताल में मौत भी हो चुकी है।