बरेली में कानपुर जैसे हालात, धारा 144 लागू: बाटला हाउस के आतंकियों को शहीद बताने वाला मौलाना करने वाला है विरोध-प्रदर्शन

कानपुर हिंसा और मौलाना तौकीर रजा (फोटो साभार: न्यूज18)

इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद के कथित अपमान को लेकर कानपुर में की गई हिंसा की आग को अन्य जगहों पर भी फैलाने की साजिश रची जा रही है। बरेली के मौलाना और कॉन्ग्रेस नेता तौकीर रजा ने कानपुर की तर्ज पर ही बरेली में 10 जून को प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसको देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया है।

वहीं, कानपुर में शुक्रवार (3 जून 2022) की नमाज के बाद कई इलाकों में की गई बवाल को लेकर पुलिस सख्त है। इस मामले में 800 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से घटना के मास्टरमाइंड सहित अब तक 24 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों की पहचान के लिए पुलिस ने कम से कम 200 वीडियो फुटेज खंगाले हैं।

इधर, तौकरी रजा द्वारा बरेली में 10 जून को विशाल विरोध प्रदर्शन के आयोजन की घोषणा के बाद 3 जुलाई तक धारा 144 लगा दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस दौरान सार्वजनिक स्थानों पर पाँच से अधिक व्यक्तियों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी। धरना प्रदर्शन पर भी पूरी तरह रोक रहेगी।

बता दें कि तौकीर रजा अपने नफरती बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई बार ऐसे बयान दिए हैं, जिसको लेकर बवाल हो चुका है। दिल्ली में अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चलने से बौखलाए तौकीर रजा ने कहा था कि जिस दिन मुस्लिम सड़कों पर उतरेगा किसी के कब्जे में नहीं आएगा। तौकीर रजा ने पीएम मोदी को धृतराष्ट्र बताते हुए कहा है कि यदि उनका यही रुख रहा तो देश को महाभारत से कोई नहीं बचा सकता है।

इतना ही नहीं, एक टीवी डिबेट के दौरान उन्होंने एंकर को मारकर मुँह तोड़ने की धमकी दी थी। चुनाव के वक्त में तौकीर रजा ने विवादित बयान देते हुए बाटला हाउस एनकाउंटर पर बोलते हुए कॉन्ग्रेस पर जमकर हमला बोला था और एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादियों को शहीद बता दिया था।

हाल ही में औरंगजेब का महिमामंडन करते हुए तौकीर रजा ने कहा था, “फिरकापरस्तों को नफरत औरंगजेब से है। मैं तो कहता हूँ कि उनसे नफरत की जानी चाहिए, क्योंकि उन्होंने हिन्दुओं को नवाजा, उन्होंने मंदिरों को जायदादें दीं। इस वजह से हिन्दू उनसे नाराज है। ईमानदारी से औरंगजेब के बारे में पढ़कर देखो। हिन्दुस्तान में उनसे बेहतर दूसरा किरदार नहीं मिलेगा।”

उधर, कानपुर पुलिस ने शनिवार (4 जून 2022) को कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को तीन अन्य आरोपितों के साथ गिरफ्तार कर लिया। कानपुर सीपी ने कहा, “हम जाँच करेंगे कि क्या उनका कट्टरपंथी संगठन PFI के साथ कोई संबंध है या नहीं। गैंगस्टर एक्ट और NSA के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनकी संपत्ति को जब्त किया जाएगा।”

गिरफ्तार किए गए चार लोगों की पहचान हयात जाफर हाशमी, जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सुफियान के रूप में हुई है। मीना ने कहा, “ये सभी मौलाना अली जौहर फैन्स एसोसिएशन से जुड़े हैं। हम अदालत से उन्हें 14 दिन के रिमांड पर भेजने के लिए कहेंगे।”

कानपुर सीपी ने कहा कि अब तक वीडियो फुटेज के आधार पर 36 लोगों की पहचान हुई है, जिनमें से 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 18 लोगों को शुक्रवार (3 जून 2022) को गिरफ्तार किया गया था। FIR में कहा गया है कि दंगाइयों ने घातक हथियारों और पेट्रोल बम तक इस्तेमाल घटना के वक्त किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया