कर्नाटक: हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला इकबाल गिरफ्तार, वीडियो वायरल होने पर हुई कार्रवाई

हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में इकबाल गिरफ्तार

मंगलुरु पुलिस ने शनिवार (मई 15, 2021) को सोशल मीडिया पर हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया

रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्नाटक के उल्लाल पुलिस ने 25 वर्षीय स्वालिज इकबाल को हिंदू देवी-देवताओं को अपमानित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इकबाल ने आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। गिरफ्तार आरोपित स्वालिज इकबाल ठोकोट्टू के स्मार्ट सिटी आवासीय परिसर का रहने वाला है।

कई हिंदुओं द्वारा इकबाल के अपमानजनक वीडियो को लेकर शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने अपराधी पर कार्रवाई की। वीडियो और ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद हिंदू संगठन ने पुलिस से संपर्क किया था। इकबाल शहर में फर्नीचर की दुकान और अन्य व्यवसाय चलाता था। जिसके खिलाफ उल्लाल थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।

गौरतलब है कि इसी तरह के एक दूसरे मामले में पिछले दिनों इंदौर के एक इवेंट में स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी ने हिंदू देवी-देवताओं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। तब घटना की जानकारी मिलते ही हिन्दू संगठन के कई सदस्यों ने वहाँ पहुँच कर उसकी पिटाई कर दी थी। इसके बाद वे मुनव्वर फारूकी और आयोजक को थाने लेकर गए थे।

मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में एड्विन एंथनी, प्रखर व्यास, प्रियम व्यास और नलिन यादव शामिल हैं। सभी नए साल के मौके पर इंदौर स्थित एक कैफे में इवेंट में शामिल हुए थे। हिंदू रक्षक संगठन के प्रमुख एकलव्य सिंह गौर कार्यक्रम में बतौर दर्शक पहुँचे थे। उन्होंने इस मामले की पुलिस से शिकायत की थी। इस इवेंट के दौरान तथाकथित स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हिन्दू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की थी। इस बात की जानकारी मिलते ही हिन्दू रक्षक संगठन के कई कार्यकर्ता वहाँ पहुँचे और मुनव्वर फारूकी की कथित तौर पर पिटाई कर दी। पिटाई के बाद उसे तुकोगंज थाने लेकर गए।

एकलव्य गौड़ ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मुनव्वर फारूकी पहले भी देवी-देवताओं पर इस तरह की टिप्पणी कर चुका है। इसकी वजह से ही जयपुर में इसका एक कार्यक्रम रद्द हो चुका है। इस इवेंट की जानकारी मिलने पर संगठन के कार्यकर्ता टिकट लेकर इसमें शामिल हुए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया