कर्नाटक के एक मंदिर की दानपेटी से कंडोम और आपत्तिजनक संदेश वाला पोस्टर मिला है। वहीं उत्तर प्रदेश में एक शिव मंदिर के पुजारी का खून से लथपथ शव मिला है। दोनों घटनाओं के दोषियों की पहचान नहीं हो पाई है।
मंगलुरु के उल्लाल के पास कोरागाजा गुलीगाजा देवस्थान की दानपेटी में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र की छेड़छाड़ की गई तस्वीर वाला पोस्टर और कंडोम का एक सेट मिलने से शहर में तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया है।
रिपोर्टों के अनुसार, शरारती तत्वों ने तटीय जिले में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में मंदिर की हुंडी (दान पात्र) के अंदर कंडोम गिरा दिया। इसके अलावा सीएम बीएस येदियुरप्पा और उनके बेटे सांसद विजेंद्र के आपत्तिजनक संदेशों के साथ एक मॉर्फ्ड पोस्टर भी पेटी में मिला।
छेड़छाड़ किए गए पोस्टर में पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य बीजेपी नेताओं के चित्र भी थे। इस मॉर्फ्ड पोस्टर पर शरारती तत्वों ने कुछ आपत्तिजनक बातें भी लिखी थी।
पोस्टर पर लिखा गया था, “खबरदार! स्वर्ग से भगाए गए धोखेबाज स्वर्गदूत नकली देवता बन गए हैं और मूर्तियों के माध्यम से पृथ्वी पर मनुष्यों को भ्रष्ट कर रहे हैं। राजनेता, जो लोगों को लूटते हैं, वे खून चूसने वाले मच्छरों की तरह होते हैं। उन्हें पीट-पीटकर मार डाला जाना चाहिए।”
पोस्टर में सभी भ्रष्ट राजनीतिक नेताओं को मारने का आह्वान किया गया था। घटना के बाद उल्लाल पुलिस स्टेशन में दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। यह घटना उस समय सामने आई जब 19 जनवरी को कोरागाजा सेवा समिति द्वारा हुंडी खोली गई।
मंगलुरु पुलिस ने मंदिरों में सीसीटीवी लगाने के लिए कहा
इस बीच, मंगलुरु पुलिस ने कहा कि कुछ दोषियों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए यह कृत्य किया था। उन्होंने कहा कि वे इस कृत्य के पीछे के लोगों का पता लगाएँगे।
मीडिया से बात करते हुए, पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने कहा, “ऐसी घटनाएँ भक्तों की भावनाओं को आहत कर रही हैं।” पुलिस विभाग उन लोगों को नहीं बख्शेगा जिन्होंने इस तरह का अपराध किया है। आज या कल वे पकड़े जाएँगे। इस तरह के कृत्य को दोहराया नहीं जाना चाहिए।”
पुलिस आयुक्त ने कहा कि आरोपितों का पता लगाने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। उन्होंने कहा, “धार्मिक भावनाओं को आहत करना एक दुखद बात है। इस तरह की शरारत करने वालों को पकड़ा जाएगा।”
कुमार ने मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों के प्रबंधन अधिकारियों से इस तरह के अपराधों से बचने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, “सीसीटीवी कैमरे होने से शरारत और चोरी की ऐसी वारदातों में शामिल लोगों को जल्द ढूँढने में मदद मिलेगी।”
शहर के तीन अन्य मंदिरों में इसी तरह की घटना घटने के कुछ ही हफ्तों बाद चौंकाने वाली हरकतें सामने आईं। कुछ उपद्रवियों ने शहर के तीन अन्य मंदिरों में हुंडियों में अपमानजनक पोस्टर के साथ इस्तेमाल किया गया कंडोम और नकली नोट डाल दिया था।
नकली नोटों पर एक संदेश लिखा हुआ था, “मुसलमानों और सुअर जैसे हिंदुओं को पीट-पीटकर मार डाला जाना चाहिए। लॉर्ड जीसस क्राइस्ट इकलौते ईश्वर हैं जो पूजा के योग्य हैं।” यह शहर के अटावरा इलाके में स्थित भगवान श्री बाबुस्वामी क्षत्र और भगवान श्री दैवराजा कोरदाबू देवस्थान में पाए गए थे। ये सभी घटनाएँ मंदिरों से सामने आई हैं, जहाँ सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं।
लखनऊ में पुजारी की निर्मम हत्या
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बाहरी इलाके में शिवपुर गाँव में एक शिव मंदिर के 85 वर्षीय पुजारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस अधीक्षक, लखनऊ ग्रामीण, हिरदेश कुमार ने कहा कि पुजारी फकीरे दास का खून से लथपथ शव बुधवार (जनवरी 20, 2021) को मंदिर परिसर में उनकी झोपड़ी के अंदर मिला। पुलिस के अनुसार पुजारी के सिर पर चोट के निशान हैं। एसपी ने कहा, “चोरी के कोई निशान नहीं हैं। मंदिर की दान पेटी में रखी नकदी भी चोरी नहीं हुई है।” पुजारी मूल रूप से सुल्तानपुर जिले के रहने वाले थे।