‘अजमेर दरगाह में चढ़ाए जाने वाले पैसों की ED करे जाँच’: खादिमों ने उठाई माँग, बताया- कमेटी कर रही जमीन का दुरुपयोग

अजमेर दरगाह में चढ़ाए जाने पैसों की ED से जाँच की माँग (फाइल फोटो)

अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के खादिमों और दरगाह कमेटी के सदस्यों के बीच तकरार बढ़ गई है। खादिमों द्वारा दरगाह का इंतजाम संभालने वाली कमेटी के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों में चढ़ाए जाने वाले पैसों की हेर-फेर और दरगाह की जमीनों का दुरुपयोग शामिल है। शिकायतकर्ताओं ने अपने आरोपों की जाँच से ED (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा कराए जाने की माँग की है। इस बाबत शनिवार (18 मार्च 2023) को जिलाधिकारी अजमेर को ज्ञापन भी सौंपा गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दरगाह के खादिमों ने कामकाज देखने वाली कमेटी पर चढ़ावे में आने वाले पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में खादिमों ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में दरगाह कमेटी ने वहाँ जाने वाले जायरीनों की सुविधा के लिए कोई भी काम नहीं किया। आरोपों के मुताबिक दरगाह की छत कई जगहों से टूटी है और फर्श का भी कमोबेश यही हाल है। खादिमों का कहना है कि दरगाह और आस-पास भी काफी गंदगी फैली रहती है जिससे आने वाले यात्रियों को काफी असुविधा होती है।

अजमेर के DM को दिए गए इसी ज्ञापन में आगे बताया गया है कि दरगाह कमेटी न तो टूट-फूट को सही करवाने का काम खुद करती है और न ही किसी को करने देती है। इस ज्ञापन में आरोपित किए गए लोगों में रगाह में पीरी मुरीदी करने वाले बाबर अशरफ और वहीं के सदर शादिह हुसैन रिज़वी के खिलाफ भी एक्शन की माँग की गई है। खादिमों का कहना है कि अजमेर में दरगाह कमेटी की जो तमाम सम्पत्तियाँ और जायदाद हैं उसका भी दुरुपयोग कमेटी के सदस्य कर रहे हैं।

अपने द्वारा सम्बोधित किए गए ज्ञापन में खादिमों ने दरगाह में चढ़ावे के तौर पर आने वाले पैसों की ED (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा जाँच की माँग की। उनका कहना है कि राजस्थान हाईकोर्ट के फैसले के बाद भी दरगाह कमेटी वेटिंग हॉल को नहीं चलवा रही है। खादिमों ने मोदी सरकार से दरगाह में स्थाई नाजिम नियुक्त करने की भी माँग की। जानकारी के अनुसार दरगाह कमेटी के मौजूदा सदस्यों ने अपने कार्यकाल में लगभग एक करोड़ की राशि टीएडीए के नाम पर उठाई है।

गौरतलब है कि 28 जनवरी 2023 को अजमेर दरगाह में खादिमों और बरेलवियो के बीच मारपीट हो गई थी। उस दौरान अफरातरफी को शांत करवाने के लिए पुलिस को आना पड़ा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया