धारा-144, कर्फ़्यू के बाद भी आगजनी व हिंसक झड़पें: CAA समर्थक जुलूस पर पथराव, लोहरदगा में बिगड़ी स्थिति

लोहरदगा में हुई हिंसक घटना के बाद चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात

नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) के समर्थन में निकाले गए जुलूस पर पथराव के बाद धू-धू कर जल उठे झारखंड के लोहरदगा में हालात पर नियंत्रण पाने के लिए जहाँ एक तरफ पूरे शहर में धारा-144 लागू की गई, वहीं शुक्रवार (24 जनवरी) को कर्फ़्यू लगने के बाद भी कई जगहों पर हिंसक झड़पें हुई। लोहरदगा शहरी क्षेत्र के बरवा टोली स्थित एक खड़े ट्रक में रात 9:30 बजे उपद्रवियों ने आग लगा दी। पुलिस जब तक वहाँ पहुँची, तब तक ट्रक धू-धू कर जल चुका था। इस घटना के बाद उस इलाके के लोग दहशत में हैं।

लोहरदगा में हुई हिंसक घटना के बाद क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की गई है। बता दें कि पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की ज़िम्मेदारी अर्धसैनिक बलों के हवाले की गई है। रैपिड एक्शन फ़ोर्स, जैप रांची, रैफ हजारीबाग, जमशेदपुर, एसआईआरबी खूंटी, ज़िला बल खूंटी, ज़िला बल गुमला, पीटीसी पदमा हजारीबाग, बोकारो ज़िला बल और सीआरपीएफ के हवाले सुरक्षा व्यवस्था की कमान सौंप दी गई।

स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल की तैनाती की गई (साभार: दैनिक जागरण)

ख़बर के अनुसार, तनावग्रस्त क्षेत्र में जगह-जगह सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया है। डीआईजी एवी होमकर, डीसी आकांक्षा रंजन और एसपी प्रियदर्शी आलोक शहर के अलग-अलग हिस्सों पर नज़र बनाए हुए हैं। इसके साथ ही लोगों को अफ़वाहों से दूर रहने की अपील सोशल मीडिया के ज़रिए की जा रही है। वहीं, शहर में प्रवेश करने वाले तमाम रास्तों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है और संदिग्ध दिखने वाले शख़्स से कड़ाई के पूछताछ करने का दौर भी जारी है। जानकारी के मुताबिक़, राज्य के आला अधिकारी लोहदरगा पर अपनी पैनी नज़र बनाए हुए हैं। इनमें पाँच एसपी, 12 डीएसपी समेत 2000 जवानों को तैनात किया गया है। इस बीच, उपद्रव फैलाने के संदेह में दर्जनभर लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिए जाने की भी ख़बर है।

ख़बर के अनुसार, तनावपूर्ण हालातों के चलते बैंक ऑफ़ इंडिया भंडरा ब्रांच, भारतीय स्टेट बैंक, प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय सहित सभी कर्मचारियों के न आने की वजह से बंद रहे। साप्ताहिक तौर पर लगने वाला शुक्र बाज़ार भी नहीं लगा। हालाँकि, कुछ किसान अपनी उपज लेकर आए थे, लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात (तस्वीर साभार: दैनिक जागरण)

ग़ौरतलब है कि विहिप (विश्व हिन्दू परिषद्) ने ट्वीट कर बताया था कि CAA के समर्थन में निकली रैली पर इस्लामिक जिहादियों ने ईंट-पत्थर से हमला किया। पेट्रोल बम फेंके। हिन्दुओ के घरों और वाहनों के साथ महिलाओं को निशाना बनाया गया। विहिप ने पुलिस पर मूकदर्शक बनने का आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्य में कॉन्ग्रेस के समर्थन से सरकार बनने के बाद से हिन्दुओं पर हमले हो रहे हैं।

https://twitter.com/VHPDigital/status/1220273437886705664?ref_src=twsrc%5Etfw

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सीएए के समर्थन में जुलूस निकाल रहे लोगों पर अमलाटोली चौक के पास पथराव किया गया। आसपास खड़ी कई मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की थी। स्थिति जल्द ही बेकाबू हो गई और इलाके की दुकानों में तोड़फोड़ की गई। इसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हवा में कई राउंड गोलियाँ चलाई। स्थिति तनावपूर्ण होने की खबर पाकर जिले की उपायुक्त आकांक्षा रंजन और पुलिस कप्तान प्रियदर्शी आलोक पूरे दलबल के साथ मौके पर पहुॅंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया।

इससे पहले, 14 जनवरी को राज्य के गिरिडीह में निकाली गई तिरंगा यात्रा पर पथराव किया गया था। उस दौरान भी पत्थर और लाठी-डंडे चले थे जिसमें कई लोग जख्मी हो गए थे।

हिन्दुओं के घरों को फूँका, CAA समर्थक जुलूस पर हमले के लिए छतों पर जमा कर रखे थे ईंट-पत्थर

CAA समर्थक जुलूस पर पथराव: धू-धू कर जला लोहरदगा, पथराव-आगजनी के बाद कर्फ्यू


ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया