यूपी में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोलने की बनाएँ योजना, असहयोग करने वालों के खिलाफ लें सख्त एक्शन: योगी आदित्यनाथ

योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीबों के लिए खजाना खोला है। सीएम योगी ने शुक्रवार को 87 लाख वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांगजनों के बैंक खातों में 871 करोड़ रुपए पेंशन ट्रांसफर किए। सीएम योगी ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास से लोगों के बैंक खातों में पैसे भेजे। इस दौरान सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाभर्थियों से संवाद किया। सीएम ने कहा कि किसी को कोई परेशानी हो तो अधिकारियों को बताएँ।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों पर चर्चा करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के डीएम-एसपी संग सरकारी आवास पर बैठक की। इस दौरान सीएम ने लॉकडाउन खुलने के बाद की तैयारियों पर मंथन की। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन खोलने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसे प्रभावी ढंग से लागू करने की तैयारी कर लें।

सीएम ने कहा कि राज्य की तर्ज पर जिलों में भी टीम-11 गठित करें। सरकार कोरोना केयर कोष बनाने जा रही है। इसका उपयोग इलाज से जुड़ी जरूरतों में होगा। सीएम ने प्रदेश के हर चिन्हित अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की निगरानी और इसकी जाँच की व्यवस्था को फुलप्रूफ रखने के निर्देश भी दिए हैं।

सीएम योगी ने कहा कि लॉकडाउन खुलने के साथ ही जो जहाँ फँसा होगा, वहाँ से आने की कोशिश करेगा और ऐसे में उनसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। इसलिए इसके लिए अभी से प्लानिंग करनी शुरू करें कि स्कूल, कॉलेज, अलग-अलग तरह के बाजार और मॉल कब और कैसे खुलेंगे। इस समय के हालातों से कैसे निपटा जाएगा, इस पर विचार करें।

योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से चर्चा के दौरान यह कहा है कि बाहरी राज्यों के जो भी लोग यूपी में रह रहे हैं उनका पूरा ध्यान रखा जाए। इसके अलावा सभी नागरिकों को उनकी दैनिक जरूरतों का हर सामान मुहैया कराया जाए। हर जरूरतमंद तक समय से भोजन पहुँचाना सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद लें। संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से समन्वय कर आँगनबाड़ी का पौष्टिक आहार भी घर-घर तक पहुँचाएँ। हर जिले में कम्युनिटी किचन चलाएँ। इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं सहित अन्य जो लोग भी मदद देना चाहें उनकी मदद लें। हर कोई भोजन बाँटने न निकले इसके लिए कुछ कलेक्शन सेंटर बनाएँ। वहाँ भोजन इकट्ठा किया जाए और फिर बाँटने के लिए ले जाया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें दो स्तर पर तैयारी करनी होगी। मौजूदा हालात और भविष्य के मद्देनजर रणनीति तैयार करें। भविष्य की तैयारियों के मद्देनजर एनएसएस, एनसीसी, स्काउट्स और युवक मंगल दल में से वालंटियर तैयार करें। इनको कोराना के संक्रमण को रोकने और संक्रमण के दौरान क्या करना है, इस बाबत प्रशिक्षण दें। भोजन और जरूरी सामानों की आपूर्ति के अलावा ये संक्रमण बढ़ने पर भी हमारे लिए उपयोगी होंगे।

इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई आदेश दिए। जिसमें इलाज के लिए डॉक्टरों की सूची बनाने से लेकर कोरोना फंड तैयार करने, खादी के मास्क बनाने समेत असहयोग करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आने का आदेश शामिल है।

निजी क्षेत्र के डॉक्टरों की लिस्ट करें तैयार

सीएम ने सभी अधिकारियों से संबंधित क्षेत्रों में एनेस्थेसिया, फीजिशियन, बच्चों और महिलाओं के डॉक्टर्स की लिस्ट बनाने के लिए और उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए कहा है। सीएम ने ऐसा करने के लिए इसलिए कहा है ताकि आगे जरूरत पड़ने पर इनकी मदद ली जा सके। इसी तरह के प्रशिक्षण की जरूरत इनके पैरामेडिकल स्टाफ और आयुष विभाग के चिकित्सकों और उनके स्टॉफ को भी ट्रेनिंग देने की बात कही गई है। 

1000 करोड़ का तैयार करेंगे कोरोना केयर फंड

सीएम ने कहा कि सरकार 1000 करोड़ रुपए का कोरोना केयर फंड तैयार करेगी। इस फंड से टेस्टिंग लैब की सुविधाएँ बढ़ाने के साथ इलाज में जरूरी और उपकरणों मसलन वेंटीलेटर, मास्क, सेनिटाइजर, पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) आदि की व्यवस्था की जाएगी। 

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तैयार कराएँ खादी के मास्क

सीएम ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विभाग यह सुनिश्चित कराए कि जरूरी सामानों का उत्पादन प्रदेश में ही हो। इससे वे सस्ते तो होंगे ही उनकी उपलब्धता भी बढ़ेगी। खादी के कपड़े से ऐसा मास्क तैयार कराएँ, जिसका दोबारा उपयोग किया जा सके। इसके लिए महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप की मदद लें। ऐसा करने से खादी का प्रचार भी होगा, स्थानीय स्तर पर महिलाओं को रोजगार मिलेगा और मास्क सस्ता होने पर लोग इसे अपनी आदत का हिस्सा बना सकेंगे।

असहयोग करने वालों से सख्ती के आदेश

सीएम ने कहा कि लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों को सख्त संदेश दें। इंदौर जैसी घटना यूपी में कहीं भी कतई नहीं होनी चाहिए। ऐसे लोगों पर डिजास्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करें। जो भी लोग सरकार से असहयोग करें उनको थोड़ी-थोड़ी संख्या में अलग-अलग कड़ी निगरानी में रखें।

वहीं सीएम ने ये भी कहा कि लॉकडाउन में जो लोग बेहतर काम कर रहे हैं उनकी सूची भी बनाएँ। हालात सामान्य होने पर सरकार ऐसे लोगों को सम्मानित करेगी। कालाबाजारी और जमाखोरी पर सख्ती से अंकुश लगाएँ। अगर जरूरी सामान थोक बाजार से ही ऊँचे दाम पर मिल रहे हों तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई करें।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया