कर्नाटक से दिल्ली जा रहे प्रदर्शनकारी किसानों को मध्य प्रदेश पुलिस ने भोपाल में रोक लिया और उन्हें तीर्थयात्रा करवाई। यह सभी प्रदर्शनकारी किसान पंजाब के प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के लिए जा रहे थे।
जानकारी के अनुसार, कर्नाटक के अलग-अलग से लगभग 70 किसान दिल्ली प्रदर्शन के लिए जा रहे थे। यह सभी कर्नाटक एक्सप्रेस से कर्नाटक से दिल्ली की ओर जा रहे थे। इनकी सूचना मिलने पर 11 फरवरी, 2024 को मध्य प्रदेश पुलिस ने इन्हें ट्रेन से उतारकर पूछताछ की।
इसके बाद इन किसानों को भोपाल स्टेशन के पास ही एक बड़े गेस्ट हाउस में ठहरा दिया गया। यहाँ पर इन किसानों को रोकने के बाद इन्हें मध्य प्रदेश के धार्मिक शहर उज्जैन ले जाया गया। यहाँ किसानों ने क्षिप्रा नदी में स्नान और महाकाल के दर्शन किए। इसके बाद यहाँ भी प्रशासन ने इनके रुकने की व्यवस्था की।
उज्जैन में किसानों को दर्शन करवाने के बाद इन्हें बुधवार (14 फरवरी, 2024) को अयोध्या में जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया गया। अब यह सभी किसान अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करेंगे और वहाँ से आगे की यात्रा करेंगे।
कर्नाटक इन किसानों में शामिल परशुराम ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया, “रात भर हमें पुलिस की निगरानी में रखा गया। आज सुबह हम दिल्ली जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस फोर्स ने रोके रखा। गाड़ियों में बैठाकर रेलवे स्टेशन लाए और अयोध्या जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया। हमारे साथ कोच में एक पुलिस जवान को भी भेजा है।”
कर्नाटक के किसानों को पहले गिरफ्तार करने की खबर आई थी लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस ने इसका खंडन किया था और कहा था कि उन्हें सिर्फ दिल्ली जाने रोका गया है, उन्हें एक मैरिज हाल में रोक कर खाने-पीने की सारी व्यवस्थाएँ करवाई गई हैं।
कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भी मध्य प्रदेश सरकार से इन किसानों को छोड़ने को कहा था। गौरतलब है कि यह किसान दिल्ली में 200 यूनियन के विरोध प्रदर्शन में शामिल होना चाह रहे थे। पंजाब के किसान पहले ही हरियाणा सीमा पर पुलिस से उलझ रहे हैं। किसानों के प्रदर्शन में कई पुलिसवालों के घायल होने की सूचना भी आई है।