शादीशुदा हिंदू महिला की मुन्ना मियाँ ने चापड़ से की हत्या, अब्बू और भाई संग लाश में लगाई आग: 2 महीने बाद गिरफ्तार, दुमका की घटना

झारखंड के दुमका में मुन्ना मियाँ ने हिंदू महिला को मार कर जलाया (चित्र साभार- SANTHAL PARGANA KHABAR)

झारखंड के दुमका में इसी साल 31 अगस्त को झाड़ियों में मिले एक महिला के अधजले शव की पहचान हो गई है। मृतका शादीशुदा हिंदू महिला थी जिसकी हत्या मुन्ना मियाँ ने कर दी थी। पुलिस द्वारा किए गए खुलासे में हत्या में मुन्ना के साथ उसका भाई और अब्बा भी शामिल मिले। कत्ल से पहले महिला का गला दबा कर उसके ऊपर चापड़ से वार भी किए गए थे। 2 नवम्बर 2022 को पुलिस ने मुन्ना मियाँ को गिरफ्तार कर लिया और शुक्रवार (4 नवम्बर 2022) को जेल भेज दिया गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 31 अगस्त 2022 पहाड़पुर की झाड़ियों में एक महिला की अधजली लाश मिली थी। पुलिस के काफी प्रयास के बाद भी लाश की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। बाद में जाँच के दौरान पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि वो लाश हंसडीहा के नोनीहाट पंचायत के चंपातरी गाँव की रहने वाली हिंदू महिला थी। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि उसकी हत्या तालझारी के सकटिया गाँव के शादीशुदा मुन्ना मियाँ ने अपने भाई सुलेमान मियाँ और अब्बा जुमरति मियाँ की संलिप्तता से की है।

जानकारी के मुताबिक, आरोपित 30 वर्षीय मुन्ना चौथी क्लास तक पढ़ा है। वह मजदूरी के साथ खेती-बाड़ी का काम करता है। इसके अलावा वो चित्रानंद शाह नाम के एक व्यक्ति का आटोरिक्शा 250 दिहाड़ी के हिसाब से चलाता था। मृतका शाह के ही घर पर अपने बच्चे के साथ रहते हुए साफ-सफाई का काम करती थी। एक दिन वो चित्रानन्द के कहने पर महिला का इलाज करवाने अस्पताल ले गया। इसी दौरान मुन्ना मियाँ ने उससे उसका नंबर ले लिया और दोनों में लगातार बातें होने लगीं।

महिला शादीशुदा थी जिसका ससुराल पश्चिम बंगाल के रानीगंज में था। जब उसके ससुराल वाले उसे को लेने आए तो उसने मना कर दिया और लड़-झगड़ कर हावड़ा चली गई। हावड़ा में उसने मुन्ना मियाँ को फोन कर के पैसे न होने की बात कह कर बुलाया। मुन्ना मियाँ हावड़ा पहुँचा और वहाँ से उसको अपने साथ ले कर गुजरात चला गया। कुछ दिनों बाद मुन्ना महिला को वहीं छोड़ कर वापस लौट आया। इस दौरान महिला भी गुजरात से बंगलुरु चली गई। मुन्ना मियाँ ये जान कर खुद भी बंगलुरु चला आया।

बताया जा रहा है कि बंगलुरु में मुन्ना मियाँ को शक हुआ कि महिला के कई अन्य लोगों से भी संबंध हैं। बताया जा रहा है कि एक बार मुन्ना ने उसको किसी और के साथ आपत्तिजनक हालत में देख भी लिया था। इसके बाद दोनों में काफी लड़ाई हुई थी और मुन्ना वापस झारखंड लौट आया था। झारखंड लौट कर उसने अपने भाई सुलेमान और अब्बा जुमराति मियाँ के साथ महिला की हत्या की प्लानिंग की। इस हत्या को अंजाम देने के लिए उन्होंने महिला को आधार कार्ड वाला बन कर झारखंड के देवघर बुलाया।

28 अगस्त को महिला अपने बच्चे के साथ देवघर आ गई। मुन्ना ने उसको यहाँ एक किराए के मकान में रखा। 29 अगस्त को मुन्ना और वह एक साथ रहे। बाद में 30 अगस्त को मुन्ना अपने भाई सुलेमान के साथ चापड़ और माचिस खरीद कर लाया। इसी दौरान हत्या की जगह भी तय कर ली गई। हथियार को उन्हीं झाड़ियों में छिपा दिया गया। शाम 4 बजे मुन्ना उसको अपने साथ आधार कार्ड बनवाने के बहाने बाइक पर बिठाया और घटनास्थल की तरफ बढ़ गया।

आधार कार्ड वाले को फोन करने के बहाने मुन्ना ने अपने भाई और अब्बा को बुलाया। इसी दौरान वो बाइक पहाड़पुर की पहाड़ी की तरफ ले गया। वहाँ पर मुन्ना के अब्बा व भाई ने मिल कर महिला को पकड़ लिया और चापड़ मार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद महिला की लाश को झाड़ियों में छिपा दिया गया। इसी दौरान सबूत मिटाने के लिए आरोपितों ने बाइक से पेट्रोल निकाल कर उसके शव को जला दिया। अगले दिन मुन्ना ने घटनास्थल पर जा कर पुलिस द्वारा की जा रही शव शिनाख्त की कार्रवाई भी देखी।

इस दौरान मुन्ना ने नहिला बच्चे को अपने रिश्तेदार के घर दुर्गापुर में रख दिया था। कुछ दिनों तक सभी आरोपितों ने पुलिस की हरकतों पर नजर रखी। बाद में केस लम्बे समय तक न खुलने के चलते वो सभी शांत हो गए थे। हालाँकि पुलिस खोजबीन में लगी रही और अंत में सभी आरोपित पकड़े गए। पुलिस ने आरोपितों से महिला की हत्या में प्रयोग हुए हथियार भी बरमाद कर लिए हैं।

गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में दुमका में शाहरुख नाम के लड़के ने एकतरफा प्यार में अंकिता नाम की एक लड़की को जिंदा जला दिया था। उसने सोती हुई अंकिता के कमरे में खिड़की से पेट्रोल फेंका था। कुछ दिन बाद इलाज दौरान 12वीं में पढ़ने वाली 19 साल की उस युवती की मौत हो गई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया