रेप के बाद पेड़ से जिस हिंदू लड़की को लटकाया, उसके परिवार से NCPCR अध्यक्ष मिल भी न सके: बताया- उनके पहुँचने से पहले पीड़ित माता-पिता को जीप में बिठाकर ले गया कोई

दुमका में पीड़ित परिवार से नहीं मिल पाए ncpcr अध्यक्ष (तस्वीर साभार: TFI पोस्ट)

झारखंड के दुमका में एक हफ्ते के भीतर दो नाबालिग लड़कियों की हुई हत्या ने सोरेन सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। इसी बीच खबर आई है कि जिले में हुई घटनाओं पर सोरेन सरकार, जाँच पड़ताल करने पहुँची NCPCR की टीम को पीड़ित परिवार से मिलने में सहयोग नहीं दे रही। ये जानकारी खुद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दी।

NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने अपने ट्वीट में लिखा, “दुमका में 2 मामलों की जाँच के लिए आया हूँ। झारखंड सरकार को पूर्व सूचित किया था कि अनुसूचित जनजाति की जिस बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या कर शव पेड़ से लटका दिया गया था,उसके परिवार से NCPCR की टीम मिलेगी।”

NCPCR अध्यक्ष कानूनगो के अनुसार, उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति स्थानीय कलेक्टर ने भी दी थी। लेकिन जैसे ही आज वो लड़की के घरवालों से मिलने गाँव गए तो पड़ोसियों ने बताया कि उन्हें परिजनों को जीप में बैठाकर ले जाया गया है। प्रियंक कानूनगो लिखते हैं, “सरकार का यह रवैया बेहद असयोगात्मक व जाँच में रुकावट डालने वाला है।”

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब NCPCR की टीम लड़की की बहन से मुलाकात करेगी जो कि उस जगह से थोड़ी दूर रहती है।

बता दें कि झारखंड में बीते दिनों दो लड़कियों की हत्या की घटना सामने आई थी। एक हिंदू लड़की को जलाकर शाहरुख ने मारा था। दूसरी लड़की एसटी समुदाय की थी जिसका बलात्कार अरमान अंसारी ने किया था और हत्या करके उसके शव को पेड़ से लटका दिया था।

इस संबंध में पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था, “दुमका से यह खबर खून खौला देने वाली है। आरोप है कि इस आदिवासी युवती को अरमान अंसारी नाम के युवक ने बलात्कार के बाद हत्या कर पेड़ पर लटका दिया है? अरमान की गिरफ़्तारी हो गई है। और कितनी युवतियाँ ऐसे दरिंदों का शिकार होगी झारखंड में?”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया