राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट को गिरफ्तार किया है। वह दाऊद इब्राहिम के खास छोटा शकील का जीजा है। सलीम की गिरफ्तारी 4 अगस्त 2022 (गुरुवार) को हुई। उस पर टेरर फंडिंग में शामिल होने, दाऊद इब्राहिम के लिए वसूली का आरोप है।
NIA ने प्रेस को जारी बयान में बताया है की एजेंसी ने आतंकी/आपराधिक गतिविधियों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए 3 फरवरी को FIR दर्ज की थी। इस मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है। अन्य दो की गिरफ्तारी 12 मई को हुई थी। बयान के मुताबिक सलीम डी गैंग का खास गुर्गा है। वह डी कंपनी की आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने, टेरर फंड जुटाने के लिए छोटा शकील के नाम पर प्रॉपर्टी डीलिंग और विवादों के निपटारे के नाम पर उगाही में सक्रिय था।
NIA Arrests One Accused in D Company Case (RC-01/2022/NIA/Mumbai) pic.twitter.com/5pmPAUtBPO
— NIA India (@NIA_India) August 5, 2022
सलीम कुरैशी के संबंध जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैय्यबा और अल-कायदा से भी थे। उसने छोटा शकील के पैसों को जमीन और अन्य कारोबार में लगाया था। उसका दक्षिण मुंबई में फलों का व्यापर है। वो सेंट्रल मुंबई के अरब लेन में रहता है। साल 2006 में उसको दुबई से भारत प्रत्यर्पित किया गया था, जिसके बाद 2010 तक वो जेल में रहा।
इससे पहले 12 मई 2022 को NIA ने इसी गैंग से जुड़े 2 आरोपितों अबुबकर शेख उर्फ भाईजान और उसके भाई शब्बीर अबुबकर शेख को मुंबई के गोरेगाँव से गिरफ्तार किया था। इनके पास से NIA ने नकदी और हथियार सहित कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की थी। इन सभी पर पाकिस्तान के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों को संचालित करने का आरोप है। गौरतलब है कि 9 मई 2022 को NIA ने मुंबई के 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी। आरोप है कि इन सभी के निशाने पर मुंबई ही नहीं, बल्कि देश के कई अन्य बड़े शहर भी थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में दंगे भड़काने की साजिश, हवाला, नशीले पदार्थों की तस्करी और नकली नोटों के काले कारोबार चलाने को लेकर दर्ज एक अन्य FIR में दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील ने भी नाम हैं। इसके लिए एक अलग दस्ता तैयार किया था।